रिपोर्ट -कांता पाल /नैनीताल- कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने बुधवार को बलियानाले पर किए जा रहे सुरक्षात्मक, विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। बलिया नाले में भूस्खलन की घटनाओं को रोकने के लिए आईआईटी के निर्देशन में सिंचाई विभाग द्वारा सुरक्षात्मक कार्य किए जा रहे हैं।
मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग ने बताया कि बलिया नाले की तरफ भूस्खलन से पहाड़ी का ढाल अधिक हो गया है जिस कारण निकटवर्ती आवासीय परिवारों के अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया है, इसीलिए यहां पूर्व में संचालित जीआईसी इंटर कॉलेज को भी अन्यंत्र कॉलेज में प्रतिस्थापित कर संचालित कर विद्यार्थियों को शिक्षण दिया जा रहा है। भूस्खलन के कारण दरकी पहाड़ी को स्थायित्व प्रदान करने के लिए सेल्फ ड्रिलिंग एंकरिंग (SDA), पायलिंग, शॉर्टकिट, रेनफॉरेस्टमेंट, जिओ टेक्सटाइल आदि अन्य तकनीकी माध्यम से और स्लोप के माध्यम से पहाड़ी का ढलान काम करने करने के कार्य किया जा रहे हैं। इस कार्य को भौगोलिक परिस्थिति के दृष्टिगत कई भागों में वितरित कर किया जा रहा है।
कुमाऊं आयुक्त ने कार्यदाई संस्था व संबंधित अभियंता को कार्य की उच्च गुणवत्ता और कार्य को सफाई के साथ करने के लिए निर्देशित किया। दीपक रावत ने कार्य की मास्टर प्लान का भी अध्ययन किया।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी फिंचाराम चौहान , संयुक्त मजिस्ट्रेटनैनीताल वरुणा अग्रवाल, मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग, अधिशासी अभियंता जल संस्थान, शिक्षा विभाग, तहसीलदार नैनीताल आदि मौजूद रहे।