रिपोर्ट -कांता पाल /नैनीताल- यूं तो उत्तराखंड देव भूमि है और यहां हर कण-कण में देवी देवता निवास करते हैं इसके लिए हर साल उत्तराखंड लाखों की संख्या में तीर्थ यात्री आते हैं और यहां के तीर्थ मंदिरों के दर्शन करते हैं जिनमें से एक है नैनीताल के कैंची (भवाली) में बना बाबा नीम करोली का धाम जहां हर साल लाखों की संख्या में भक्त आते हैं और बाबा के दर्शन करते हैं फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग एप्पल के सीईओ स्टीव जॉब्स की प्रेरणा स्थल बाबा नीम करौली धाम ही है। बीते 2 वर्षों में कोरोना संक्रमण के चलते कैंची मंदिर स्थापना सादगी से मनाया गया। बाबा नीम करौली महाराज के दर पर इस बार हजारों की संख्या में भक्तों का तांता लगा है।
हर साल 15 जून को कैंची मंदिर के स्थापना दिवस पर मेले का आयोजन किया जाता है जिसमें करीब 1 से 2लाख श्रद्धालु बाबा के दर्शन को मंदिर में आते हैं बाबा नीम करौली महाराज को हनुमान जी का अवतार माना जाता है कहा जाता है कि एक बार स्थानीय निवासी धर्मानंद तिवारी नैनीताल से कहीं लौट रहे थे जिसमें उनको रास्ते में काफी देर हो गई और इस दौरान धर्मानन्द तिवाड़ी को रास्ते में भूत का डर लगने लगा तभी एक व्यक्ति कंबल ओढ़े धर्मानंद को मिला और उसने बोला बेटा अभी तुमको गाड़ी मिल जाएगी,और कुछ देर धर्मानंद को गाडी मिल भी गई जिसके बाद धर्मानंद ने बाबा से पूछा बाबा आप कौन हैं और अब कब दर्शन देंगे इतना कहकर बाबा 20 साल बाद मिलने की बात कहकर वहां से ओझल हो गए अचानक 20 साल बाद बाबाने तिवारी को दर्शन दिये और 20 साल पुरानी बात बताइए और इस स्थान पर मंदिर का निर्माण करवाने को कहा,जिसके बाद 15 जून को बाबा के मन्दिर का निर्माण कराया गया, जिसके बाद से हर साल यहां पर बाबा के भक्तों की मेला लगता है बाबा नीम करोली महाराज के भक्तों की संख्या ना सिर्फ भारत में है बल्कि विदेशों में भी बाबा के भक्तों की कोई कमी नहीं है।