रिपोर्ट – कान्ता पाल/ नैनीताल – आज नगर पालिका परिषद् के 13 सभासदों ने आज कमिश्नर को सामूहिक रूप से अपने पदों से त्यागपत्र सौंप दिया। नगर पालिका सभासदों का आरोप है कि नगर पालिका में अवैध कार्यों के संबंध में की गयी शिकायतों पर भी कोई कार्यवाही नहीं होती है और इस संबंध में अधिकारियों द्वारा समाधान करने के बजाय तथ्यों को छुपाने की चेष्टा की जाती है। भ्रष्टाचार चरम पर है। सभासदों के वार्डों में विकास कार्यों के लिए कोई धनराशि स्वीकृत नहीं की जा रही है जिससे पालिका अंतर्गत जनहित के कार्यों में प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
नगर पालिका सभासदों का कहना है कि इस सम्बन्ध में उत्तराखण्ड शासन तथा प्रशासन, व सीएम हेल्पलाइन पर की गयी शिकायती पत्रों को गंभीरता पूर्वक संज्ञान नहीं लिया जा रहा है । जबकि नैनीताल नगर एक ऐतिहासिक नगर है। उत्तराखण्ड शासन – प्रशासन को कई बार पत्राचार किया जा चुका है । किन्तु पालिका प्रशासन , उत्तराखंड शासन – प्रशासन आदि द्वारा ठोस कार्यवाही किये जाने के बजाय औपचारिकता मात्र कुछ समय के लिये ही कार्य किया जाता है तत्पश्चात् समस्या जस की तस बनी हुई है। जिससे क्षुब्ध होकर आज सभी सभासदों ने कमिश्नर को त्यागपत्र सौंपा है।