रिपोर्ट -कांता पाल /नैनीताल -उत्तराखंड को देवों की भूमि देवभूमि के नाम से जाना जाता है l देवभूमि उत्तराखंड में बहुत से पर्व भी मनाए जाते हैं उनमें से एक त्यौहार है सातू आठूं का ,जो सभी जगह बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है l बागेश्वर के खोली गांव में सात सालों के बाद परिहार बन्धुओं के माध्यम से सातू,आठू देव अवतरण कार्यक्रम का आयोजन धूमधाम से किया गया l सातू आठू कार्यक्रम में देवता अवतरण, और झोड़ा चाचरी का आयोजन ग्रामीणों के माध्यम से किया जाता है l सातू आठू पूजा कार्यक्रम पारंपरिक रीति रिवाजों को अपने में समेटे हुए है l परम्परा के अनुसार परिहार जाति के लोगों ने कुल देवी भगवती को खोली ग्राम में पूर्वजों द्वारा स्थापित की गयी थी l परिहार समाज के लोगो को इकट्ठा करने के लिए सातू आठू पूजन और देव अवतरण कार्यक्रम धूमधाम से चलाया जाता है l