जयपुर/नागौर – राजस्थान के सहकारिता एवं गौपालन मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नागौर की बन्द हुई परम्परागत तांगा दौडों के सकारात्मक हल के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में एक उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। किलक ने बताया कि बैठक में नागौर में पूर्व में आयोजित होने वाली तांगा दौड़ों को पुन प्रारम्भ करने के लिए विस्तृत चर्चा की गई तथा तांगा दौड़ के विभिन्न कानूनी एवं सामाजिक पहलुओं पर मंथन किया गया।
किलक ने बताया कि नागौर कलेक्टर को दिन का समय दिया गया है। वे तांगा दौड़ से जुड़े संगठनों से बात करके बताएंगे कि कोर्ट के आदेश की पालना के साथ कैसे तांगा दौड़ शुरू की जा सकती है। कलेक्टर की रिपोर्ट के बाद फिर से मंत्री और सीएम स्तर पर बैन लगाने वाले पशु कल्याण बोर्ड संगठनों से बात कर जल्द रास्ता निकाला जाएगा। बैठक में नागौर में पूर्व में आयोजित होने वाली तांगा दौड़ को पुनः प्रारंभ करने के लिए विस्तृत चर्चा की गई। तांगा दौड़ के विभिन्न कानूनी एवं सामाजिक पहलुओं पर मंथन किया गया। उच्च न्यायालय के निर्देशों से बंद तांगा दौड़ के मसलों को किस तरह से हल किया जा सकता है यह मुद्दा जनभावनाओं से जुड़ा हुआ है। अतः उच्च न्यायालय के निर्देशों, पशु क्रूरता निवारण अधिनियम सहित अन्य पहलुओं पर गहन विचार विमर्श के बाद लोक हित में उचित निर्णय लिया जाएगा। बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख शासन सचिव तन्मय कुमार, सचिव गायत्री राठौड़, विधि एवं पशुपालन विभाग के उच्च अधिकारी मौजूद थे।