बाराबंकी – उग्र किसानों ने डीएम ऑफिस और शहर की सड़कों पर फेंका सैकड़ों क्विंटल आलू

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रिपोर्ट – बाराबंकी /नसीम अहमद – उग्र किसानों ने आज सरकार के वादे की पोल खोल कर रख दी , सही दाम न मिलने से नाराज होकर डीएम ऑफिस और शहर की सड़कों पर सैकड़ों क्विंटल आलू फेंक दिया l इसके बाद आलू लूटने के लिए लोगों की भीड़ लग गई, सरकारें वादे करती हैं कि किसानों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। किसानों को उनकी फसलों का सही दाम दिलाया जाएगा, लेकिन पूरे देश में किसानों का बुरा हाल है। आज जिले के किसानों ने आलू का सही दाम न मिलने के चलते एक बार फिर उग्र हो गए। उन्होंने जिलाधिकारी कार्यालय समेत शहर के तमाम इलाकों की सड़कों पर आलू फेंक कर खूब बवाल काटा। आलू सड़क पर पड़ा देखकर लोगों में लूट मच गई और लोग आलू भरभरकर आलू ले जाने लगे। किसानों का आरोप है कि सरकार ने वादे तो बड़े-बड़े किए थे, लेकिन कोई वादा पूरे न होने से वह परेशान हैं। जिले के किसानों को आलू का वाजिब दाम भी किसानों को नहीं मिल पा रहा। इसके लिए सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं और सरकार अपने वादे भी नहीं निभा रही।

किसान पूरे साल धूप, सर्दी और बरसात में मेहनत करता है और अपनी फसल के लिए रात दिन एक करता है, लेकिन जब फसल तैयार हो जाती है तो किसानों के पास ऐसा कोई बाजार नहीं है, जहां उसकी फसल का सही दाम मिल सके। इन्हीं परेशानियों से नाराज होकर किसान आज सड़क पर उतर आए। उन्होंने सैकड़ों क्विंटल आलू डीएम ऑफिस और शहर की तमाम सड़कों और फेंक दिया। आलू सड़क पर पड़ा देखकर लोगों में लूट मच गई और लोग आलू भरभरकर आलू ले जाने लगे। प्रदर्शन कर रहे किसानों का आरोप है कि सरकार ने किसानों से आलू को वाजिब दामों पर खरीदने का वादा किया था, लेकिन हकीकत में माजरा उल्टा ही है। पंजाब से आलू आने के चलते यहां के किसानों को आलू का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में किसानो को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं इस प्रदर्शन पर भारतीय किसान यूनियन के प्रांतीय अध्यक्ष मुकेश ने कहा कि सरकार ने आलू का समर्थन मूल्य 486 रुपए प्रति क्विंटल तय किया है। लेकिन जिला प्रशासन की लापरवाह रवैये के चलते किसानों को आलू का सही दाम नहीं मिल रहा। मुकेश ने बताया कि पंजाब का आलू आ जाने के चलते यहां के किसानों के आलू को कोई पूछ नहीं रह है। किसान अपने आलू की फसल के सहारे बैठा था कि उसे उसका अच्छा पैसा मिलेगा जिससे वह अपनी बेटियों की शादी जैसे तमाम जरूरी काम कर सकेगा। लेकिन अब किसान अपने आलू के सही दाम के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं और उसे सही दाम पर खरीदने वाला कोई नहीं मिल रहा। मुकेश ने कहा कि हमारी मांग है कि जल्द से जल्द आलू किसानों मि समस्या खत्म की जाए। किसानों को आलू का सही मूल्य मिले। समय से खरीदे गए आलू का भुगतान किया जाए। कोल्ड स्टोरेज में आलू को रखवाने का इंतजाम किया जाए। अगर जिला प्रशासन इन सभी बात को अमल में नहीं लाती हैं तो किसान अंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे।

वहीं किसानों की इस समस्या पर बाराबंकी के जिलाधिकारी उदय भानु त्रिपाठी से जब बात की गई तो उनका कहना था कि अभी उन्हें इस बारे में पूरी जानकारी नहीं है। किसानों से बातचीत करके उनकी समस्या के बारे में पता किया जाएगा। डीएम ने कहा कि किसानों की जो भी समस्या होगी उसका जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा।