नन्दलाल /शाहजहांपुर – यूपी के शाहजहांपुर में मानवता को शर्मसार करने वाली है घटना सामने आई है। जहां अंतिम संस्कार के लिए बच्चे चार दिनों से मां का शव घर में रखे हुए हैं। क्योंकि उनके पास अंतिम संस्कार के लिए पैसे ही नहीं थे। मामला सामने आने के बाद अब जिला प्रशासन परिवार को अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक सहायता देने की बात कर रहा है।
इंसानियत को शर्मसार करने बाली घटना शाहजहाँपुर के जमुका गांव की है यहाँ पर गीता देवी अपनी चार बेटियों के साथ रहती थी । गीता का पति सुनील मानसिक रूप से बीमार है । गीता मजदूरी करके बच्चों का पेट पालती थी । चार दिन पहले गीता को सांप ने काट लिया । गरीबी के चलते गीता का इलाज न हो सका जिससे उसकी मौत हो गई । जिस फैक्ट्री में यह परिवार वह रहे रहा था उस मालिक ने भी अंतिम संस्कार के पैसे देने के नाम पर हाथ खड़े कर लिए। मुफलिसी का आलम ये है कि अब एक माँ का शव पिछले 4 दिनों से अंतिम संस्कार को तरस रहा है। मृतक गीता की छोटी छोटी 4 लड़कियां हैं जो अब बेसहारा हो गईं है । ये सच्चाई उस प्रदेश की है जहाँ योगी मुख्यमंत्री हैं और प्रदेश में रामराज्य लाने का वादा करते हैं। मृतक गीता देवी की बेटी का कहना है कि गरीबी के चलते इलाज के अभाव में उसकी माँ की मौत हुई है और उसका परिवार इतना गरीब है की अपनी माँ का अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहा है । बेटी ने बताया कि उसकी माँ जहाँ काम करती थी उस लाला से भी बच्चों ने मदद की गुहार की माँ के अंतिम संस्कार के लिए मगर उसने भी अनसुनी कर दी।