लखनऊ – लखनऊ यूनिवर्सिटी में हिंदवी स्वराज दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले को काला झंडा दिखाने और छात्रों के हंगामा करने के मामले में एक दरोगा सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.सीएम कार्यक्रम में शरीक होने जा रहे थे कि रास्ते में कुछ प्रदर्शनकारियों सीएम के काफिले के बीच कूदकर काले झंडे दिखाए और नारेबाजी भी की। सीएम की सुरक्षा में चूक होने के बाद दरोगा और छह सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है जबकि, प्रदर्शन कर रहे 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर चिनहट थाने के दारोगा वीरेंद्र यादव व छह कांस्टेबल अलाउद्दीन, जीवन सहाय, आत्मेंद्र, विजेंद्र व देवेंद्र को निलंबित कर दिया गया है I
इस बीच, हसनगंज पुलिस ने 14 आरोपी छात्रों को हिरासत में लिया है. पुलिस ने तीन छात्राओं को भी शांति भंग में चालान किया है. एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक मामले की जांच की जा रही है. मामले में समाजवादी छात्र सभा और आइसा के छात्र नेता है सभी 14 छात्र नेताओं पर 7-CLA एक्ट समेत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. हसनगंज पुलिस ने सभी 14 छात्र नेताओं को जेल भेजने की तैयारी कर ली है I
दरअसल राजधानी में बुधवार शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में बड़ी चूक हो गई. मुख्यमंत्री के विरोध की तैयारी की पूर्व सूचना के बावजूद पुलिस प्रदर्शनकारी छात्र-छात्रओं को मुख्यमंत्री के काफिले के आगे आने से रोकने में नाकाम रही I
कुछ छात्र काफिले के आगे बीच सड़क पर लेट गए. सीएम अपनी कार से यह सब देखते रहे. पुलिसकर्मियों ने सीएम विरोधी नारेबाजी कर रहे छात्रों को किसी तरह घसीटकर काफिले के आगे से हटाया. इस बीच प्रदर्शनकारी छात्रों ने यूनिवर्सिटी के गेट नंबर दो के पास तक अपना विरोध जारी रखा I उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को डीएम कौशल राज शर्मा और एसएसपी दीपक कुमार से पूरे मामले की विस्तार से जानकारी ली. एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक दो छात्राओं सहित 14 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।