कान्तापाल/ नैनीताल – नैनीताल नगर पालिका को सफाई पर हाईकोर्ट के निर्देशों और पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान की कोई चिंता नहीं है। नगर पालिका कैसे स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ा रही है इसका नजारा शहर के स्कूली मैदान में देखने को मिल रहा है जहां बच्चे कूड़े और गंदगी के बीच खेलने पर मजबूर हैं।
नैनीताल हाईकोर्ट से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर है रजा क्लब की ये बिल्डिंग है जिसके ईर्द-गिर्द तीन स्कूल हैं। लिहाजा बच्चे क्लब के इसी मैदान में खेलते हैं, लेकिन आप सोच रहे होंगे कि स्कूल के प्ले ग्राउंड में ये कूड़े का ढेर क्या कर रहा है और स्कूल के बच्चे इस गंदगी के बीच कैसे खेलते होंगे। लेकिन ये सच्चाई है कि रजा क्लब में मौजूद तीन स्कूल इस्लामिया स्कूल, आर्य समाज और जूनियर हाईस्कूल के लगभग 150 से ज्यादा बच्चे रोजाना इसी गंदगी के बीच खेलने पर मजबूर हैं। विशेष बात ये है कि जिस तरह से पढ़ाई बच्चों के जीवन का रोजमर्रा का हिस्सा है ठीक उसी तरह से इस गंदगी के बीच खेलना भी।
शलफना शिद्धिकी, प्रधानाचार्य, इस्लामिया स्कूल ने बताया कि खेलते-खेलते इन नन्हें-मुन्हे बच्चों की बॉल अक्सर इस गंदगी के ढेर में भी चली जाती है, जिससे बच्चे आए दिन बीमार हो जाते हैं। क्षेत्र के आसपास रेह रहे लोग रोजाना अपने घर का कूदा इस मैदान में फैकते है और शाम होते ही यहाँ नशेड़ी गंदगी कर जाते हैं।
विनीता बिष्ट, शिक्षिका आर्य समाज स्कूल का कहना है , इस ग्राउंड का मालिकाना हक नैनीताल नगर पालिका के पास है जो इस ग्राउंड को शादी ब्याह, नामकरण के लिए किराये पर देती है। पालिका की तरफ से यहां कूड़ादान तो रख दिया गया लेकिन रोजाना इसे उठाने की व्यवस्था नहीं की गई है। अब जिलाधिकारी नगर पालिका को टाइट करने की बात कर रहे हैं।