किशोर सिंह / अजमेर – बालवाहिनी के अलावा शहर में चलने वाले ऑटोरिक्शा चालकों को वर्दी पहननी होगी। शहर यातायात पुलिस व थाना पुलिस ने बिना वर्दी, बिना सुरक्षा जाली चलने वाले ऑटो रिक्शा व वैन चालकों के खिलाफ चालान बनाए। कार्रवाई से खफा ऑटो चालकों अजमेर ऑटो रिक्शा यूनियन के बैनर तले बुधवार शाम यातायात निरीक्षक रामअवतार को पीड़ा सुनाई तो उन्होंने बच्चों की सुरक्षा में ढील देने से इन्कार कर दिया। उन्होंने बालवाहिनी के अलावा चलने वाले ऑटो रिक्शा चालकों को 31 जुलाई तक की मोहलत दी। एक अगस्त से ऑटो रिक्शा, सिटी बस चालकों को वर्दी, नेमप्लेट की अनिवायर्ता सख्ती से लागू की जाएगी। शहर यातायात व थाना पुलिस ने बुधवार सुबह शहर में बालवाहिनी में चलने वाली वैन और ऑटोरिक्शा चालकों के चालान बनाए।
ऑटो चालकों के चालान की कार्रवाई से नाराज सैकड़ों ऑटो चालकों ने यातायात पुलिस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। अजमेर ऑटो यूनियन के अध्यक्ष करण सिंह समेत पदाधिकारियों ने टीआई यातायात निरीक्षक रामअवतार से मुलाकात की। उन्होंने ऑटो रिक्शा चालकों के चालान पर रोष जताया। टीआई रामअवतार ने बालवाहिनी में चलने वाले ऑटो चालकों को यातायात नियम की पालना की नसीहत दी। उन्होंने बालवाहिनी में चलने वाले ऑटो रिक्शा में सुरक्षा ग्रिल, चालक वर्दी, नेमप्लेट व सुरक्षा जाली और दस्तावेज की अनिवार्यता में ढील देने से इन्कार कर दिया। हालांकि बालवाहिनी के अतिरिक्त शहर में चलने वाले ऑटो चालकों को 31 जुलाई तक मोहलत पर सहमति जताते हुए आलाधिकारियों को अवगत करवाने के लिए कहा।
यूनियन पदाधिकारियों ने ऑटोरिक्शा के लिए निगम क्षेत्र का दायरा बढ़ाकर अजमेर विकास प्राधिकरण क्षेत्र करने की मांग की। टीआई रामअवतार ने दायरा बढ़ाने की मांग जिला कलक्टर व क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी के अधिकार क्षेत्र की बात कही। अब ऑटो यूनियन बुधवार को जिला कलक्टर से मुलाकात करेंगे। दरगाह धान मंडी ऑटो यूनियन के अध्यक्ष भंवर साहू ने बताया कि ऑटो चालक वर्दी पहनने को तैयार हैं लेकिन उनका सीमा नगर निगम से बढ़ाकर एडीए किया जाए ताकि ऑटो चालकों को उनकी मजदूरी मिल सके। साहू ने बताया कि उन्हें यातायात पुलिस की ओर से नाजायज परेशान किया जा रहा है। उन्हें फोर सीटर ऑटो में 12 बच्चे बैठाने की छूट है लेकिन बुधवार को दस बच्चे बैठाने पर चालान किए गए।