रिपोर्ट – नसीम अहमद / आगरा – वो तन और मन से बच्चा जरूर है लेकिन उसकी सोच बहुत बड़ी है, उस मासूम ने जो किया है वह बड़ों को पाठ पढ़ाने वाला है,प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत मिशन से इतना प्रभावित हुआ कि शौचालय का निर्माण कराने की ठानी,इसके लिए अपनी सबसे प्यारी साइकिल और बकरी ही बेच डाली l इस बात की चर्चा गांव से चलते चलते दूर दूर तक पहुंच गई है जिसकी हर कोई सराहना करते नहीं थक रहा है l
तहसील एत्मादपुर ब्लॉक के गांव धरैरा की रेशमा देवी ने घर में शौचालय बनवाने के लिए प्रशासन को आवेदन दिया था, छह माह पूर्व पहली किस्त के छह हजार रुपये मिले भी इन रुपयों से गड्ढा खुदवाया,कुछ दिन बाद दूसरी किश्त मिली, मगर तभी रेशमा की तबीयत बिगड़ गई। यह राशि इलाज में खर्च हो गई। कुछ दिन पूर्व ही रेशमा का निधन हो गया, परिवार में अब 12 वर्ष का नाती दीपचंद्र रह गया है। उसके पिता अमर सिंह की दीपचंद के जन्म से पहले ही मृत्यु हो गयी थी,इसके बाद गरीबी का साया ऐसा था कि मां लक्ष्मी उसे दादी रेशमा की झोली में डालकर इस दुनिया से विदा हो गयी,पिछले दो साल से दादी की तबीयत खराब रहने लगी, तो घर खर्च के लिए दीपचंद्र ने छठवीं की पढ़ाई छोड़कर मजदूरी करना शुरू कर दिया, हालाँकि वह अब कठिन परिस्थिति में जी रहा है , मगर घर में शौचालय बनवाने की ठान ली,मासूम दीपचंद्र ने अपनी साइकिल और बकरी बेच शौचालय बनवाया। ब्लॉक की टीम ने शुक्रवार को उसके घर पहुंच कर शौचालय का निरीक्षण किया, तो उसकी मेहनत और लगन की जानकारी हुई। इस पर दीपचंद्र को पुरस्कृत भी किया।