करनाल – पिछले कुछ दिन से सोशल मीडिया पर सी एम् के एक और ओ एस डी को हटाए जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं l ये बात करनाल शहर में चर्चा का विषय बन गई है कि जल्दी ही ओ एस डी अमरेंद्र सिंह की विदाई होने वाली है और किसी स्थानीय नेता का उनकी जगह लेना तय है l नए ओ एस डी की नियुक्ति को लेकर कुछ जगह तो नामों पर भी चर्चा होने लगी l इस चर्चा के चलते ही पिछले सप्ताह डीपीआर कार्यालय से भी संदेश भेजा गया कि ओ एस डी को हटाया नहीं गया है ये केवल एक अफवाह है l
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार बनने के बाद से ही उनके ओ एस डी जनता के बीच चर्चा का विषय बनते रहे हैं l हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल के सलाहकारों को लेकर यह कहा जाता रहा है कि उनके सलाहकार काफी कमजोर साबित हुए हैं l मुख्यमंत्री के ओ एस डी रहे जवाहर यादव को भी सबसे पहले ओ एस डी का पद छोड़ना पड़ा था l यह अलग बात है कि जो यादव को ओ एस डी पद से हटाए जाने के बाद उन्हें हाउसिंग बोर्ड का चेयरमैन बना दिया गया l इस फेरबदल के बाद मीडिया के ओसीडी रहे राजकुमार भारद्वाज को भी अपना पद छोड़ना पड़ा l अभी हाल ही में ओएसडी कैप्टन भूपेंद्र का इस्तीफा ले लिया गया और अब चर्चा का बाजार गर्म है कि करनाल में ओ एस डी का काम देख रहे अमरेंद्र सिंह की विदाई हो सकती है l हालाँकि अमरेंद्र सिंह को लेकर कई बार विपक्ष भी आरोप लगा चुका है l मगर करनाल में ओ एस डी पद को लेकर चल रही नूरा कुश्ती बेमानी साबित होगी इसकी वजह यह है कि सी एम् इस वक्त कभी नहीं चाहेंगे कि एक और ओ एस डी को पद से हटा दिया जाए जिससे राजनीतिक रूप से गलत संकेत चले जाएं l
जब इस विषय पर बीजेपी के अध्यक्ष जगमोहन आनंद से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ओ एस डी अमरेन्द्र सिंह अभी अपने पद पर काम रहे हैं सरकार को अपने सेवाएं दे रहे हैं सी एम ,ओ एस डी के नाते उन्हें कहीं भी भेज सकते हैं सीएम ने उन्हें चंडीगढ़ का कार्यभार दे रखा है अब सी एम किसको नियुक्त करते हैं ये सीएम का विशेषाधिकार है कि किसी एक व्यक्ति को नियुक्त करते हैं या कोई कमेटी गठित करते हैं l
मंगलवार शाम इस विषय में इस्तीफे की खबर भी फैली तो सी एम के ओ एस डी अमरेन्द्र सिंह से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सी एम का प्रतिनिधि होने के नाते कहता हूँ कि ये बिलकुल झूठी खबर है ये अच्छे माहौल को बिगाड़ने की एक साजिश है जो कुछ लोग बिना तथ्य के नाम ले करके पार्टी के कार्यकर्ताओं को आपस में लड़वाना चाह रहे हैं l ये सब सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए समाज को भ्रमित करने की एक साजिश है जिसका पूरी तरह से खंडन करते हैं l
हालाँकि इससे पूर्व भी इस तरह की चर्चाएं आम रही हैं कि सी एम् के ओ एस डी अमरेन्द्र सिंह अब करनाल में सी एम् के प्रतिनिधि के रूप में कामकाज नहीं देखेंगे l