किशोर सिंह /जयपुर – गैंगस्टर आनंदपाल का एनकाउंटर के 20वें दिन आखिर अंतिम संस्कार हो गया l जिला प्रशासन ने परिवार से गुरुवार शाम तक आनंदपाल का अंतिम संस्कार करने का नोटिस भेजा था। इसमें कहा गया था कि अगर परिवार गुरुवार तक अंतिम संस्कार नहीं करता तो पुलिस खुद ऐसा करेगी। ये नोटिस राज्य मानवाधिकार आयोग के हस्तक्षेप के बाद दिया गया था। आयोग ने बुधवार को 24 घंटे के अंदर आनंदपाल का अंतिम संस्कार कराने का निर्देश दिया था। आयोग ने कहा था कि शव से बीमारियां फैल सकती हैं।
सांवराद में बुधवार को हुंकार रैली के दौरान हुई हिंसा में गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले पुलिस के साथ संघर्ष में 24 पुलिसकर्मियों सहित 32 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में नागौर के पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख और उनका अंगरक्षक भी शामिल हैं। घायलों में से एक पुलिसकर्मी की हालत नाजुक बताई जा रही है। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने गुरुवार को जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मृतक आंनदपाल सिंह के परिजनों और राजपूत समाज के कई संगठनों की ओर से इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को खारिज करते हुए कहा, मैं अपने पुलिस के खिलाफ ही जांच के आदेश कैसे दे सकता हूं और वह कोर्ट (अदालत) जाएं, यदि अदालत आदेश देगा तो उसका पालन किया जाएगा।
गृहमंत्री ने आज कहा था कि पुलिस मुठभेड़ में मारे गये आनंदपाल सिंह के शव का अंतिम संस्कार करवाने के संबंध में मानवाधिकार आयोग की ओर से प्राप्त आदेश के तामिल हेतु पुलिस अधिकारियों को भेजा गया था । परिजनों को यह आदेश सौंपने के बाद यदि तय समय सीमा में अंतिम संस्कार नहीं किया गया तो, सरकार अपनी ओर से प्रक्रिया शुरू कर देगी। कटारिया ने कहा कि बुधवार की घटना में 24 पुलिसकर्मियों सहित 32 लोग घायल हुए हैं। घायल पुलिसकर्मियों में एक की हालत नाजुक है। अब तक 150-200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है l