कुल्लू (हि०प्र०) – सूत्रधार कला संगम ने धूमधाम से मनाया 11वां मल्हार उत्सव, उपायुक्त यूनुस ने किया शुभारंभ

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रिपोर्ट-कौशल/कुल्लू – सूत्रधार कला संगम द्वारा हर वर्ष की भांति इस बार भी 11वें मल्हार उत्सव का आयोजन 30 अगस्त वीरवार को देवसदन कुल्लू के सभागार में बड़ी धूमधाम से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सांय 5:30 बजे हुई । संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन ने अपने स्वागत भाषण में आए हुए मुख्यातिथि, मुख्य कलाकार, प्रिंट मिडिया व इलेक्ट्रॉनिक मिडिया तथा दर्शकों का स्वागत करते हुए जानकारी दी कि सूत्रधार कला संगम द्वारा अपनी स्थापना वर्ष 1977 से लेकर आज तक प्रदेश तथा देश के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हिमाचल की संस्कृति की छटा विखेरी है। दिनेश सेन ने ये भी जानकारी दी कि संस्था द्वारा पूरे वर्षभर में होली उत्सव, सूत्रधार वर्षगांठ उत्सव, डांसिंग डैफ ोडिल्स, गुरु पूर्णिमा, मल्हार उत्सव आदि अनेक कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए हजारों कलाकारों को उनकी प्रतिभा को निखारने तथा अपनी संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन हेतू निरंतर प्रयास किये जा रहे है, जिसके चलते यहां वर्तमान समय में संगीत, नाटक व आधुनिक नृत्य की अकादमी भी चल रही है। इस 11वें मल्हार उत्सव के मुख्यातिथि उपायक्त कुल्लेू युनुस रहे। जैसे ही मुख्यातिथि सभागार में पधारे तो मंच उद्घोषक के माध्यम से इस अवसर पर कुल्लू जनपद के मशहूर संगीतकार व कवि राम कुमार कपूर के द्वारा उपायुक्त कुल्लूू के सम्मान में रचित कविता को सुनाया गया। कविता के माध्यम से उपायुक्त महोदय द्वारा समाजिक क्षेत्र में किए गये उत्कृष्ट कार्यों का वर्णन किया गया, जिसे सुनकर मुख्यातिथि भी अभिभूत हो गये और दर्शकों ने भी जोरदार तालियों से इसकी सराहना की। संस्था द्वारा मुख्यातिथि को कुल्लवी परंपरा के अनुसार टोपी, चादर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।

इसके साथ ही संस्था द्वारा आये हुए मेहमान कलाकारों का भी कुल्लवी परंपरा अनुसार टोपी, शाल, मफ लर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। संस्था द्वारा इस अवसर पर सरफ राज हुसैन, उर्मिला सूद, देविंदर नेगी, भवानी चरण भारद्वाज, पार्षद तरुण विमल व अनीता शर्मा को भी सम्मानित किया गया। मुख्यातिथि उपायुक्त कुल्लू युनुस ने संस्था के प्रयासों की सरहाना की और विशेष रूप से संस्था अध्यक्ष दिनेश सेन व संपूर्ण कार्यकारिणी के प्रयासों की भूरी भूरी प्रशंसा की। इस मल्हार उत्सव के दौरान मुख्यातिथि के कर कमलों द्वारा युवा सेवा एवं खेल विभाग हि.प्र. द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय युवा उत्सव में लोकनृत्य तथा एकांकी विधा में विजेता रहे दल के कलाकार केतन वर्मा, तरुण कांत सभरवाल, अखिल शर्मा, शुभम सेन, सुलभ कौशल, निखिल कौशल, भूपेंद्र ठाकुर, सनी, जवन, चन्द्रकांत, शंभ्रा, अकिता, काजल ठाकुर, कृष्णा, गीतांजली, सुनीता व दिशा ठाकुर को भी मैडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मल्हार उत्सव में केवल वर्षा ऋ तू के गीतों पर आधारित गीतों और नृत्यों की शानदार प्रस्तुति दी गयी। सूत्रधार संगीत अकादमी के प्रशिक्षुओं द्वारा स्व. प्रो. श्याम ठाकुर की कालजयी रचना अरररर हो आई से कार्यक्रम का आगाज हुआ जिसे गौरी, सिमरन, भुवनेश्वरी, अर्पिता, लनशनिया, संजू, खुशबू, करिश्मा, लक्ष्मी व बबली द्वारा गया गया तत्पश्चात बबिता ने का करूं सजनी आये न बालम, गोबिंद ने अज हुन आये बालम सावन बीता जाये, पायल व अर्पिता ने बोले रे पपीहा, अंकुश व मनोज भारती ने मौसम आयेंगे जायेंगे, पल्लवी ने सावन बीता जाये पियरवा, रिया व शगुन ने
सेमी क्लासिकल नृत्य तथा सा रे गा मा फेम पायल ठाकुर ने मेरे नैना सावन भादो की बेहतरीन प्रस्तुतियां देकर दर्शकदीर्घा में बैठे हुए सभी दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। इस संपूर्ण कार्यक्रम में तबले पर अमित महंत व
दीनदयाल, हारमोनियम पर पं. विद्यासागर शर्मा व अभिनंदन तथा गिटार पर मोहित ने संगत की। इसके पश्चात् मल्हार उत्सव में आए हुए विशेष कलाकार विदुषी पदमजा चक्रवर्ती जोकि बनारस घराने की उच्च कोटि की गायिका है यह स्वर्गीय पदम विभूषण विदुषी गिरजा देवी की शिष्या है इन्होंने अपना गायन राग मियां मल्हार से शुरू किया तत्पश्चात राग देश में कजरी व राग पिलु में दादरा के साथ अपना गायन समाप्त किया। इसके बाद अभिषेक मिश्रा जोकि बनारस घराने के प्रसिद्ध तबला वादक है तथा अखिल भारतीय रेडियो और दूरदर्शन के ए ग्रेड कलाकार हैं उन्होंने तबला वादन में 3 ताल सुनाया।
इनके साथ हारमोनियम पर डॉ. नीरज गांधी तथा तानपूरे पर कुमारी वैदिक व गोबिंद घोष रहे। इस संपूर्ण कार्यक्रम का मंच संचालन संस्था के महासचिव सुंदर श्याम महंत ने बड़ी बखूबी से निभाया। कार्यक्रम के अवसर पर संस्था के सभी पदाधिकारियों व कार्यकारिणी सहित केप्टन रणधीर सल्हुरिया, राजेंद्र प्रसाद, जितेंद्र ठाकुर, जगदीश ठाकुर, बंंती शर्मा, निरंजन शर्मा, प्रतिमा शर्मा, कमलेश शर्मा, हेमा शर्मा, कमल कांत विद्रोही आदि
अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे ।