पानीपत- मोदी सरकार देश को उन्नति और विकास पर नया मुकाम की ओर ले जाने के लिए काम कर रही है। केंद्र सरकार वस्त्र उद्योग को नया स्वरूप देने का प्रयास कर रही है। इस उद्योग की समस्याओं के समाधान और उद्यमियों के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलने के लिए गुजरात में टैक्सटाइल इंडिया 2017 का आयोजन किया जा रहा है। केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा यह बात आज पानीपत में कही जब वह यहां टैक्सटाइल इंडिया 2017 के आयोजन को लेकर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
ईरानी ने कहा कि सरकार कपड़ा उद्योग की समस्याओं हल करने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। उन्होंने हरियाणा खासकर पानीपत के गारमेंट उद्योग की समस्याआें के हल का भरोसा दिलाया। उन्होेंने कहा कि यहां के गारमेंट निर्यातकों और टेक्सटाइल उद्यमियों के लिए अलग से पैवेलियन होगा। इससे देश और विदेश के उद्यमियों से रूबरू हाेकर उनसे सीधे संवाद स्थापित कर पाएंगे।
इस मौके पर उद्यमियों ने अपनी समस्याएं केंद्रीय कपड़ा मंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं। ईरानी ने इनका हल राज्य स्तरीय कमेटी से करने को कहा। बता दें कि टेक्सटाइल निर्यात को बढ़ावा देने को छह हजार करोड़ का पैकेज दिया था लेकिन पानीपत खाली रहा था। इससे गारमेंट उद्योगों को निर्यात करने पर इंसेंटिव मिल गया लेकिन पानीपत से दरी, कारपेट व बाथ मेट का निर्यात होता है। इसे स्कीम में शामिल नहीं किया गया। इस मामले को भी मंत्री के समक्ष उद्यमियों ने उठाया।
पानीपत एक्सपोर्ट एसोसिएशन के प्रधान प्रेम सागर विज का कहना है कि निर्यात उद्योगों को बढ़ावा देने की योजना में टेक्सटाइल उद्योगों को भी शामिल किया जाए। पानीपत डायर्स एसोसिएशन जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (जेडएलडी) लगाने के लिए केंद्र सरकार से मदद दिलाने की मांग रखी। 900 करोड़ का यह प्रोजेक्ट केंद्र सरकार को स्वीकृति के लिए भेजा जा चुका है।