किशोर सिंह / अजमेर – नेपाल समरसता सोशल मिशन की ओर से नेपाल की राजधानी काठमांडू में आगामी 7 से 9 दिसंबर तक होने वाले सार्क सांस्कृतिक समन्वय संगोष्ठी के लिए आज नेपाल के विशिष्ट सलाहकार महावीर प्रसाद टोरडी ने ख्वाजा साहब की बारगाह में जियारत कर अकीदत के फूल और मखमली चादर पेश कर मुल्क में अमन चैन की दुआ मांगी नेपाल को वीटो पावर के साथ एशिया में स्थाई सदस्यता मिले इसकी भी दुआ की गई ज़ियारत करने आए विशिष्ट सलाहकार महावीर प्रसाद ने भारत और नेपाल के संबंधों को और प्रकार करने की आवश्यकता जताई उन्होंने चीन की अपेक्षा भारत की खुशहाली की कामना की और कहा कि भारत और नेपाल के संबंध बहुत पुराने हैं उन्होंने 1945 की लड़ाई को लेकर भी अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उस वक्त के हालात शांति स्थापना के लिए किए गए प्रयासों के तहत जरूरी था I
यह नेपाल की आजादी के लिए लड़ाई नहीं बल्कि विश्व शांति के लिए लड़ाई थी उन्होंने कहा कि चीन की सभ्यता से जुड़े चार या पांच ही देश हैं जबकि भारत की सभ्यता प्राचीन कालीन सभ्यता है और इसके अवशेष एशिया म बड़े स्तर पर दिखाई देते हैं ख्वाजा साहब की दरगाह में आए इंडो-नेपाल दल के मुखिया और संगोष्ठी के विशिष्ट सलाहकार महावीर प्रसाद में बताया कि इस संगोष्ठी में विश्व के अनेक देशों के राजनीतिक विशिष्ट व्यक्ति और संत-महात्मा शिरकत करेंगे उन्होंने हिंदुस्तान की सांस्कृतिक धरोहर को नमन करते हुए कहा कि हिंदुस्तान और नेपाल भले ही दो राष्ट्र हैं लेकिन दोनों की आत्मा एक है इससे पूर्व उन्होंने ख्वाजा साहब की पवित्र मजार पर अकीदत के फूल और चादर पेश करते हुए दोनों मुल्कों में बेहतर संबंध और मिशन के तहत किए जा रहे कार्यों की सफलता के लिए दुआएं मांगी इस मौके पर उनके साथ नेपाल से आए दल के सदस्य भी शामिल थे।