नैनीताल -साहित्यकार अमृत लाल नागर की जन्मशताब्दी पर राष्ट्रीय सेमिनार

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कान्तापाल/ नैनीताल – साहित्यकार अमृत लाल नागर की जन्मशताब्दी पर संस्कृति मंत्रालय एवं भारत सरकार के सहयोग से महादेवी सृजन पीठ कुमाऊं विश्वविद्यालय द्वारा आज नैनीताल में  हरमिटेज भवन में अमृत लाल नागर का नॉटी नाट्य एवं विविध साहित्य सृजन और संदर्भ विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन डॉक्टर अर्चना नागर दीप प्रज्वलन कर अमृत लाल  नागर के चित्र को  फूल अर्पित कर किया गया। अमृतलाल नागर की जन्म शताब्दी पर अब तक तीन गोष्ठियां संपन्न हो चुकी है। संगोष्ठी में अमृत लाल जी की विशाल साहित्य जिसमें अमृतलाल नारंग द्वारा 50 से अधिक ग्रंथों के साथ ही साहित्य के विभिन्न विधाओं व उपन्यास कहानी नाटक निबंध आदि विषयों पर चर्चाएं की गई l

अचला नागर भारत से साहित्यकार, कथाकार, हिन्दी फिल्म पटकथाकार एवं संवाद लेखिका हैं। ये साहित्यकार अमृतलाल नागर की पुत्री हैं। हिन्दी फिल्म पटकथाकार अचला नागर ने निकाह, आखिर क्यों, बागबान, ईश्वर, मेरा पति सिर्फ मेरा है, निगाहें, नगीना आदि उनकी प्रदर्शित प्रमुख फिल्में हैं। आज संगोष्ठी में बतौर मुख्यअतिथि शिरकत करने पहुची अचला नागर ने पत्रकारोे से तीन तलाक विषय पर बात करते हंए कहा कि तीन तलाक कोई मुद्दा नहीं है 37 साल पहले छपांी फिल्म की पटकथा लिखी गई थी। यह पटकथा इसलिए नहीं लिखी गई थी कि यह एक मुद्दा  महिला होने के नाते लिखी गई थी महिला का दर्द महिला की जान सकती हैं उस समय भी फिल्म के निर्माण को लेकर 37 मुकद्दमे किए थे l