जम्मू – सीआरपीएफ के स्पेशल डीजी एसएन श्रीवास्तव ने बुधवार से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले हरेक श्रद्धालु को पूरी सुरक्षा देने का दावा किया। उन्होंने कहा कि इस बार यात्रा मार्ग पर सेटेलाइट से नजर रखी जा रही है। सुरक्षा में कहीं कोई चूक न रहे इसके लिए ड्रोन कैमरे, आधार शिविरों में सीसीटीवी लगाने के साथ विशेष बुलेट प्रूफ बंकर की भी व्यवस्था की गई है। कश्मीर में सालाना अमरनाथ यात्रा शुरू हो गई है. यात्रा के लिए 2280 यात्रियों को पहला जत्था रवाना हो चुका है. यात्रा पर आतंकी हमले का अलर्ट है. उपमुख्यमंत्री निर्मल सिंह ने हरी झंडी दिखाकर जत्था रवाना किया. सभी यात्री श्रद्धालु जम्मू से सीधे पहलगाम व बालटाल होकर होकर अमरनाथ की पवित्र गुफा पहुंचेंगे I
अमरनाथ यात्रा के जम्मू स्थित यात्री निवास भगवती नगर में मंगलवार को श्रीवास्तव ने अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा बंदोबस्त पर संतोष जताते हुए श्रद्धालुओं से बेखौफ यात्रा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए राज्य पुलिस, सीआरपीएफ व अन्य अर्धसैनिक बल एक साथ काम कर रहे हैं और 30 हजार अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है।
सुरक्षाबल आतंकी गतिविधियों को लेकर खुफिया सूचनाओं पर काम कर रहे हैं। उन्होंने वादा किया कि हरेक श्रद्धालु यात्रा मार्ग पर खुद को सुरक्षित महसूस करेगा। यात्रा को रवाना करने से पहले रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) मार्ग की सुरक्षा का जायजा लेगी। यात्रियों को ठहराने के स्थान पर सीसीटीवी कैमरे से 24 घंटे निगरानी की जाएगी। वहीं, कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं पर स्पेशल डीजी ने कहा कि यह घटनाएं पहले से ही हो रही हैं। हमारे जवान ऐसी चुनौतियों से निपटने में सक्षम हैं।
बाबा अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमले और प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पुलिस, अर्द्ध सैनिक बल और सेना ने सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंध किए हैं। बालटाल व पहलगाम यात्रा मार्गो पर संयुक्त कंट्रोल रूप स्थापित किए गए हैं।श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए बने शिविरों के चारों ओर कंटीले तारें लगाकर किलाबंदी की गई हैं ताकि कोई शिविर के भीतर प्रवेश नहीं कर पाए। श्रद्धालुओं के शिविरों के आसपास चौबीसों घंटे शार्प शूटर तैनात किए गए हैं। बकायदा वहां वाच टावर स्थापित किए गए हैं।
यात्रा मार्ग के दोनों रूटों में डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते की मदद से सुबह और शाम में तलाशी अभियान चलाया जा रहा हैं। यात्रा मार्ग पर राज्य पुलिस के अलावा सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (सीएपीएफ) जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस, सशस्त्र सीमा बल की विशेष कंपनियों को तैनात किया गया है।