महानायक अमिताभ बच्चन को शेरवुड छात्रों ने दी जन्मदिन की बधाई

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कान्तापाल/ नैनीताल  – सदी के महानायक अमिताभ बच्चन 11अक्टूबर को अपना 75वां जन्मदिन मनाएंगे । उनके बाल्यकाल के स्कूल शेरवुड में छात्र उन्हें उनके जन्मदिन की बधाइयां दे रहे हैं और लंबी उम्र  की कामना कर रहे हैं । स्कूल प्रबंधन ने अमिताभ की पसंदीदा इमरती मिठाई भी छात्र छात्राओं को खिलाई ।

स्कूल के प्रधानाचार्य ने अमिताभ बच्चन की स्कूल में बिताई यादों को मीडिया से साझा किया । उन्होंने बताया कि अभिनय की दुनिया में अमिताभ पहली बार इसी स्कूल में सन 1957 में एक्टिंग करने के लिए उतरे थे और प्रतिभा के धनी अमिताभ पहले ही वर्ष में स्कूल का एक्टिंग में मिलने वाला सर्वश्रेष्ठ पुरष्कार कैंडल कप (बेस्ट एक्टर अवार्ड)जीत ले गए । अमिताभ ने ‘बिशप्स कैंडल'(Bishops candle) और ‘दा गवर्मेंट इंस्पेक्टर'(The government inspector) में प्रमुख अभिनय किया था जिससे उनकी स्कूल के छात्रों में अच्छी खासी पहचान बन गई ।  प्रिंसिपल अमनदीप संधू ने बताया कि अमिताभ ने इसी वर्ष बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर बैस्ट साइंटिफिक बॉक्सर का खिताब भी अपने नाम किया । अमिताभ अक्सर जिक्र करते हैं कि बॉक्सिंग रिंग से उन्होंने बहुत कुछ सीखा है । वो कहते हैं कि किसी भी चीज के लिए जूझना अकेले ही पड़ता है और ये खेल ये बात अच्छे से सिखाता है ।

अगले वर्ष सन 1958 में अमिताभ को कैंडल कप का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन दुर्भाग्यवश उन्हें मिसल्स नामक बीमारी हो गई और वो स्कूल की इंफार्मरी में भर्ती हो गए । प्रिंसिपल संधू के अनुसार इंफार्मरी में अमिताभ के पिता हरिबंश राय बच्चन उनका हाल जानने पहुंचे थे, और इसी दौरान स्कूल का पले भी सम्पन्न हो गया और अमिताभ इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से महरूम रह गए। इस बीच कलाकार मन वाले उनके पिता हरिबंश राय बच्चन ने उन्हें समझाया और कहा “मन का हो तो अच्छा है और मन का नहीं हो तो ज्यादा अच्छा है” यही वो शब्द हैं जो अमिताभ भी अक्सर दोहराते दिखते हैं ।
अमिताभ के साथ उनके अनुज अजिताभ भी इसी स्कूल का हिस्सा थे जो अमिताभ की तरह ही सीनियर कैम्ब्रिज की शिक्षा ग्रहण कर अलाहाबाद चले गए थे । अमिताभ की तरह ही उनके सहपाठी और नजदीकी अलाहाबाद निवासी रवि एस.धवन पटना हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस बने थे । इनके अलावा उनके एक और साथी इंद्रजीत खन्ना भी राजस्थान के इलेक्शन कमिश्नर बने थे ।

प्रिंसिपल ने अमिताभ के इस स्कूल में सन 2008 में दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने उस समय के लोकप्रिय प्रिंसिपल रैवरेन आर.सी.एलेवलीयन ‘लू’ की प्रतिमा का भी अनावरण किया था । स्कूल के संस्कारों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सन 1957 के करीब जब स्कूल का स्विमिंग पूल बन रहा था तो अमिताभ के बैच ने भी स्विमिंग पूल बनाने के लिए श्रमदान किया और पूल को तभी तैयार किया गया था ।
अमिताभ के बचपन के स्कूल में पढ़ने वाले छात्र ना केवल अपने आप को गौरवान्वित समझते हैं बल्कि वे तो उसी राह पर चलकर अपने को अमिताभ जैसा सफल कलाकार बनाना चाहते हैं । स्कूल के सैकड़ों छात्र छात्राओं ने आज अमिताभ बच्चन को जन्मदिन की बधाई दी है और उनकी लम्बी उम्र की प्रार्थना की है ।