किशोर /अजमेर – चेतक-सिग्मा के बाद शहर की सुरक्षा व निगरानी व्यवस्था का जिम्मा पुलिस के आधुनिक हथियारों से लैस मोबाइल पुलिस पार्टी ‘माइक को सौंपा है। यह शहर के तीन मार्गो पर चौबीस घंटे तैनात अलर्ट रहेगी। स्मार्ट सिटी में स्मार्ट पुलिस की दिशा में नवनियुक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह ने शहर की सुरक्षा व निगरानी का जिम्मा मोबाइल पार्टी ‘माइक को सौंपी है। शहर में तीन माइक तैनात की गई है। यह जयपुर रोड, कलक्ट्रेट और आगरा गेट पर चौबीस घंटे किसी भी आपात स्थिति से मुकाबले के लिए हमेशा तैयार रहेगी। प्रत्येक में चार जवान, एक पुलिस अधिकारी (उप निरीक्षक, सहायक उप निरीक्षक स्तर) व वाहन चालक शामिल होगा। इनमें तैनात पुलिसकर्मियों को 12-12 घंटे के अंतराल से पुलिस लाइन से बदले जाएंगे।
माइक में तैनात जवान बुलेट प्रूफ जैकेट, एके-47 व इंसास जैसे आधुनिक हथियारों से लैस रहेंगे। इसके अलावा शहर में लगाई गई तीन माइक में एक वाहन आर्मी की तर्ज पर तैयार किया गया है। यह विपरीत परिस्थिति में पुलिस की टुकड़ी के लिए किसी बंकर से कम नहीं है। वातानुकूलित इस वाहन में दस से 12 जवान भीतर बैठकर बाहर की सारी गतिविधि पर नजर रखने के साथ हथियार संचालित कर सकते हैं। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने गश्त व्यवस्था में शहर को चार जोन में बांटकर चार सिग्मा मोटरसाइकिलें व 12 चेतक जीप तैनात की थी। इसमें प्रत्येक जोन में एक चेतक और तीन सिग्मा को जिम्मेदारी सौंपी गई।
चेतक पर जहां एक तीन का जाब्ता तैनात रहता है। वहीं सिग्मा पर एक सिपाही थाने से तो दूसरा पुलिस लाइन से लगाया जाता है। चेतक व सिग्मा को घटना के तुरन्त बाद पुलिस कन्ट्रोल रूम और संबंधित क्षेत्र के पुलिस थाने की सूचना पर कानून व्यवस्था या अपराधी की धरपकड़ के लिए पहुंचना होता है। शहर की गश्त और निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए तीन माइक लगाई हैं जो 12-12 घंटे के अंतराल पर शहर में 24 घंटे तैनात रहेगी। तीनों वाहन सीधे पुलिस कन्ट्रोल रूम के कमान में रहेंगे।