नन्दलाल /शाहजहांपुर – सुप्रीम कोर्ट की रोक बाद भी तीन तलाक की प्रथा पर रोक नही लग पा रही है। ताजा मामला यूपी के शाहजहांपुर का है जहां महज शादी के 60 दिन के बाद ही पति ने अपनी पत्नी को तीन बार तलाक तलाक तलाक कहकर उसे घर से निकाल दिया। खास बात ये है कि पत्नी को नही मालूम की कोर्ट ने तीन तलाक पर रोक लगा दी है। फिल्हाल पुलिस ने पत्नी की तहरीर पर पति समेत पांच ससुरालियों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कर लिया है।
हाथों की ये मेंहदी और मेंहदी से ही हाथ पर उसने अपनी पति का नाम अपने हाथ पर लिया। लेकिन उसी पति ने इस महिला सिर्फ तीन बार तलाक तलाक तलाक कर उससे रिश्ता तोड़ दिया। नई नवेली दुल्हन अभी सही तरह शादी से शादी का मतलब भी नही समझ पायी थी लेकिन उससे पहले ही उसके पति ने उसके सारे सपने चूर चूर कर दिये। इस दुल्हन का कुसूर सिर्फ इतना था कि वो अपने मायके से ज्यादा
दहेज नही ला पायी थी। मामला थाना सिंधौली के गोरा रायपुर गांव का है जहां की रहने वाली हिना की शादी दो महीने पहले कोरोकुईयां के रहने वाले खालिद के साथ हुई थी। शादी के बाद ही पति दहेज में मोटरसाईकिल और पैसों की मांग करने लगा। जब दहेज की मांग पूरी नही हो पाई तो उसे टार्चर किया जाने लगा। उसकी कमरे में बन्द करके पिटाई की जाती थी। इसके बाद जब हिना ने अपनी पति से उसे घर पहंुचाने की बात कही तो पति ने उसे हमेशा के लिए घर जाने का फरमान सुना दिया और फिर तलाक तलाक तलाक कहकर उसे खुद से अलग कर दिया। हालंाकि हिना नही जानती की तीन तलाक को कोर्ट ने गैरकानूनी करार दे दिया है l
हिना गरीब परिवार से है जिसके कारण उसके मां बाप ज्यादा दान दहेज नही दे पाये। हालांकि पत्नी हिना ने तलाक को स्वीकार कर लिया है क्योकि उसे जानकारी ही नही है कि कोर्ट ने तीन तलाक को खत्म कर दिया है। लेकिन उसने अपने पति के खिलाफ पुलिस में दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है जिसकी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है , तीन तलाक मुस्लिम समाज में एक ऐसे दंश था जिसने ना जाने कितनी की महिलाओं की जिन्दगी तबाह कर दी। हालंाकि सुप्रिम कोर्ट ने ऐतिहासिक फेसला सुनकार तीन तलाक को खत्म कर दिया। लेकिन आज भी कोर्ट के आदेशों को मुस्लिम पुरूष धज्जियां उड़ा रहे है क्योंकि वो अब भी मुस्लिम महिलाओं पर शरियत का कानून जबरन लागू करना चाहते हैं।