नई दिल्ली – खली के शार्गिदों में से एक कविता देवी को डब्ल्यूडब्ल्यूई में पहली भारतीय महिला के रूप में चयनित किए जाने का खिताब मिला है और उन्होंने अपने दमखम से किसी को निराश नहीं किया। WWE में पहली बार एक भारतीय महिला पहलवान बतौर पहुंची 34 साल की कविता की फाइट का पहला वीडियो WWE ने अपनी ऑफिशल वेबसाइट पर रिलीज किया है।
बता दें कि इस रिंग में उतरीं कविता देवी द ग्रेट खली की शिष्या हैं l इसलिए हार्ड लेडी के नाम से मशहूर कविता को लेडी खली के नाम से भी जाना जाता है। रेसलिंग से पहले कविता वेट लिफ्टिंग में भी कई मेडल जीत चुकी हैं।
भारतीय महिलायें घर में अधिकतर सूट सलवार पहनती हैं लेकिन कविता देवी रेसलिंग करते समय भी रेसलिंग की ड्रेस नहीं बल्कि सूट-सलवार और चुन्नी पहनकर रिंग में उतरी तो सब हैरान हो गए l इस वीडियो में कविता न्यूजीलैंड की रैसलर डकोटा काई के साथ रिंग में लड़ती हुई नजर आ रही हैं और सूट-सलवार में रिंग में उतरी कविता ने इस लेडी पहलवान की हालत खराब कर दी l
डब्ल्यूडब्ल्यूई में अक्सर विदेशी पहलवानों को ही लड़ते देखने वाले दर्शकों के लिए यह शानदार मौका था, जब इस रिंग में उन्हें पहली भारतीय पहलवान नजर आई l इस मैच के पहले ही राउंड में कविता देवी हारकर बाहर हो गई थीं लेकिन वे इस रिंग में उतरने वाली पहली भारतीय महिला जरूर बन गई हैं l उनका मुकाबला 32 विमेन के इस एलिमिनेशन टूर्नामेंट में डकोटा काई के साथ हुआ l
इस टूर्नामेंट का आयोजन WWE की ग्रेटेस्ट विमेन रेसलर्स में से एक रहीं WWE हॉल ऑफ फेमर ‘मे यंग’ की याद में किया गया है l यह एक एलिमिनेशन टूर्नामेंट हैं जिसमें दुनिया के कई देशों से टॉप महिला रैसलर्स ने हिस्सा लिया l कविता देवी के मुकाबले की बात करें तो रिंग में लड़ाई के दौरान कविता और डकोटा के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला लेकिन इस हार्ड हिटिंग कॉन्टेस्ट में डकोटा की स्पीड और ताकत के सामने कविता ज्यादा देर तक टिक नहीं पाईं l