धूमधाम से निकलेगी जगन्नाथ प्रभु की रथयात्रा

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किशोर/ ब्यावर/अजमेर  – धार्मिक नगरी ब्यावर में आगामी 25 जून को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धूमधाम से निकाली जाएगी। पुरी की तर्ज पर होने वाले इस भव्य आयोजन की तैयारियों को लेकर जगन्नाथ रथयात्रा समिति की बैठक बांकेबिहारी मंदिर में आयोजित हुई। संरक्षक पं.मुकुंदशरण दाधीच के सानिध्य में व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की गई।
रथयात्रा प्रमुख विजय तंवर ने बताया कि जगन्नाथ प्रभु की रथयात्रा 25 जून रविवार को दोपहर 3 बजे गोपालजी मोहल्ला से प्रारंभ होगी। इससे पूर्व रथ को फूल मालाओं से सुसज्जित किया जाएगा। रथ की व्यवस्था श्री सीमेंट कंपनी की ओर से की जाएगी। रथ में विराजमान ठाकुरजी की आरती के पश्चात् प्रशासनिक अधिकारी चेरा-पोरी की रस्म निभाएंगे। हरिनाम संकीर्तन के साथ भक्त प्रभु के रथ को खींचते हुए आगे बढ़ेंगे। रथ के आगे लगे चार प्रतीकात्मक घोड़े धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष के प्रतीक होंगे। रथ का नाम नंदी घोष होगा। रथयात्रा में सबसे आगे सुमधुर स्वर लहरियां बिखेरता बैंड चलेगा। इसके पीछे बाल मंडली गौ माता के भजन व इस्कॉन के भक्त हरिनाम संकीर्तन करेंगे। प्रभात फेरी, महिला मंडली के साथ शहर के कई गायक भजन गाकर व महामंत्र का जाप करते हुए वातावरण को भक्तिमय बनाएंगे। कई संत-महात्मा भी शामिल होंगे। शोभायात्रा का मार्ग में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, राजनीतिक व व्यापारिक संगठनों की ओर से स्वागत किया जाएगा। आयोजन में रामकिशोर झंवर, सुनील जैथल्या, सुनील सिंहल, अविनाश गर्ग, बीएम अग्रवाल परिवार, एससी माहेश्वरी, विजय झंवर, सोमनाथ शर्मा, नरेंद्र पारीक, सुशील सिंहल, अजय मोदी, केदार गर्ग, अमित बंसल, गोपाल वर्मा, मोनू अरोड़ा का विशेष सानिध्य प्राप्त होगा। महिला व्यवस्था में डॉ. आशालता शर्मा, सुमित्रा जैथल्या, कौशल्या फतेहपुरिया, मंजू गर्ग, नीलम खंडेलवाल, पुष्पा अरोड़ा सहयोग करेंगी। तैयारी बैठक में समिति के कई सदस्य शामिल हुए।
यह है धार्मिक मान्यता
आषाढ़ माह में भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलदेव व बहन सुभद्रा के साथ ननिहाल जाते हैं। ये तीनों देव अपनी यात्रा सजे संवरे रथों में सवार होकर करते हैं। इसे पुरी में रथ यात्रा या रथ महोत्सव कहा जाता है। यह रथयात्रा मिलन, एकता व अखंडता की प्रतीक है। इस पौराणिक प्रसंग को बीते कुछ साल से ब्यावर में भी साकार किया जा रहा है।