करनाल – देश में स्वच्छ्ता को लेकर जितना ज्यादा प्रचार प्रसार हमारे प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में किया जा रहा है ऐसा शायद ही किसी देश में हुआ होगा, हालाँकि स्वच्छ्ता के प्रति लोगों में जागरूकता आई है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कई बार इस बात को कहा है कि उनकी सरकार ने इस काम को प्राथमिकता के आधार पर लिया है l करनाल को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जो तस्वीर बदलने की व्यवस्था की गई है , उसमें से एक ये है कि शहर को खूबसूरत बनाने के लिए जगह जगह और राष्ट्रीय राजमार्ग के मुख्य चौराहों पर पेंटिंग की गई है लेकिन सब कुछ जानते हुए भी कुछ लोग इन्ही पेंटिंग के ऊपर ही अपने से जुड़े या अपनी संस्थाओं से जुड़े पोस्टर लगा देते हैं और खूबसूरत पेंटिंग को खराब कर देते हैं l हालाँकि कई जगह पर लिखा भी गया है कि शहर को साफ रखें पोस्टर लगाकर गंदा न करें l लेकिन पोस्टर लगाने वालों को स्वच्छ्ता के नियम ताक पर रखकर अपनी प्रसिद्धि करनी ज्यादा जरूरी होती है, जिसमें कई राजनितिक पार्टियों के लोग भी हैं l क्या ये सब स्वच्छ्ता के तहत नहीं आता ? जैसे नो पार्किंग के आगे ही वाहन खड़े करना , पेंटिंग की गई दीवारों के आगे ही पेशाब करना , दीवार पर लिखा होगा कृपया कूड़ा कूड़ेदान में ही डालें और कूड़ेदान भी रखें होंगे लेकिन लोग फिर भी कूड़ा बाहर ही डालेंगे l क्या इन लोगों के खिलाफ नियम तोड़ने का केस बहुत सख्ती से रजिस्टर नहीं होना चाहिए ? तो इस विषय पर असिस्टेंट इंजीनियर सुनील भल्ला का कहना है कि शहर में साईकिल स्टैंड और सुलभ शौचालय की जगह को छोड़कर किसी भी जगह पर पोस्टर या कोई भी होर्डिंग लगाना अवैध है , पिछले दो महीने में हमने 20 लोगों के चालान किए हैं जिन पर 3500 से 5000 रूपये तक के चालान किए गये हैं l
नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्टर सुरेन्द्र चोपड़ा ने बताया कि स्वच्छ्ता के नियम न मानने वाले लोगों के फरवरी से जून तक 135 चालान काटे गए हैं जिनमें से 92 लोगों ने 46000 रूपये चालान के भरे हैं l जबकि अवैध पोस्टर लगाने वालों के खिलाफ 20 या दूसरे 135 चालान इतने बड़े शहर में बहुत कम संख्या है जहां लोग नियमों को ऐसे ताक पर रखते हों l शहर की स्वच्छ्ता को खराब करने वालों के खिलाफ सख्ती होनी चाहिए l लोगों का कहना है कि उन पोस्टरों पर फोन नंबर और पता लिखा होता है उनपर सख्ती की जानी चाहिए ताकि भविष्य में कोई न लगाए l जबकि शहर के चौराहे हो या चौक सब होर्डिंग ,पोस्टरों से अटे पड़े हैं l
स्वच्छ्ता अभियान के तहत रैली निकालना से लेकर स्वच्छ्ता से जुड़े कार्यक्रमों में समाज सेवी और नेताओं में जैसे फोटो खिचवाने की होड़ सी लग जाती है l और अब तो निगम के चुनावों में चुनाव लड़ने की तैयारी करने वाले लोग अपने अपने हल्के में स्वच्छ्ता को लेकर कुछ ज्यादा ही जागरूक नज़र आ रहे हैं , लोगों का कहना है कि सड़कें भले ही टूटी पड़ी हों पर इस बहाने स्वच्छ्ता की बात हो रही है l