दिल्ली – नेशनल इंवेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआर्इए) द्वारा हुर्रियत नेताओं पर जांच शुरू करने पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि अब जल्द ही कश्मीर में जारी अस्थिरता के कारणों का पर्दाफाश होगा। बता दें कि कश्मीर में सुरक्षाबलों पर पथराव व अन्य हिंसक घटनाओं के लिए हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान की ओर से फंडिग किए जाने का खुलासा हुआ है।
स्वामी ने मिडिया एजेंसी को बताया, ‘यह कहा जा सकता है कि इस घटना ने सबके चौंका दिया है। अब हमें कश्मीर में जारी विद्रोहों और हिंसा में पाकिस्तानी कनेक्शन के तह तक जाना होगा।‘ उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को एनआईए ने जम्मू में हुर्रियत नेताओं सैयद अली शाह गिलानी, नईम खान व अन्य को लश्कर ए तैयबा प्रमुख हाफिज सईद व अन्य पाकिस्तानी आतंकियों से फंडिंग किए जाने को लेकर प्राथमिक जांच दर्ज कर लिया।
सूत्रों के अनुसार, एनआईए की टीम हुर्रियत फंडिंग मामले की जांच के लिए घाटी पहुंच गई है। टीम ने फंडिंग की बारीकियों की जांच की जो कि ज्यादातर पथराव सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने जैसी विद्रोही गतिविधियों के लिए उपयोग की जा रही थी।
हुर्रियत नेता और अलगाववादी की ओर से कश्मिरियों को आर्मी द्वारा चलाए जा रहे स्कूलों में बच्चों को भेजने से मना किया जाता रहा है। उनका कहना है कि ऐसे संस्थान अगली पीढ़ी को धर्म और संस्कृति से दूर कर रहे हैं,जबकि वो खुद अपने व अपने संबंधियों के बच्चों को अच्छी तालीम हासिल करवा रहे हैं।इन नेताओं के बच्चे व रिश्तेदार किस तरह से ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहे हैं, इसका एक उदाहरण सैयद अली शाह गिलानी का परिवार वह गुट है, जो कश्मीर के युवाओं को ‘बड़े मकसद’ से हमेशा अपनी पढ़ाई छोड़कर सड़कों पर उतरने को कहते रहे हैं। अप्रत्यक्ष रूप से ‘पत्थरबाजी’ के लिए उनसे अनुरोध करते रहे हैं। गिलानी के बेटे नईम गिलानी पाकिस्तान के रावलपिंडी में चिकित्सक हैं। वहीं उनके दूसरे बेटे जहूर भारत में एक प्राइवेट एयरलाइंस के मेंबर हैं। गिलानी की बेटी जेद्दा में एक शिक्षक है और पति वहां एक इंजीनियर है।