मंत्री के बंगले पर लगाती हूं पोंछा, इसलिए स्कूल नहीं जाती

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भोपाल –  मैं ‘मंत्री के बंगले पर पोंछा लगाती हूं” इसलिए स्कूल नहीं जाती अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम विरोध दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में 11 साल की बच्ची ने यह कहकर सबको चौंका दिया और यह जानकारी भी बच्ची ने शिक्षा एवं श्रम राज्यमंत्री दीपक जोशी के सामने दी। मंत्री का नाम पूछने पर बच्ची चुप हो गई। इसके बाद जोशी ने वहां मौजूद बच्चों से पूछा कि कितने बच्चों के पिता शराब पीते हैं, सभी ने हाथ उठा दिए। रीजनल साइंस सेंटर में सोमवार को हुए इस कार्यक्रम में श्रम राज्यमंत्री दीपक जोशी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। बाल श्रम से जुड़े कुछ बच्चों ने जब मंत्री को अपने अनुभव सुनाए तो वे चौंक गए।

कार्यक्रम में जोशी ने ऐलान किया कि बाल श्रमिकों की खोजबीन के लिए सरकार अब इंजीनियरिंग, पॉलीटेक्निक कॉलेज एवं हायर सेकंडरी स्कूल के छात्रों से जासूसी कराएगी। हर जिले में होने वाले सर्वे की रिपोर्ट श्रम विभाग को सौंपी जाएगी। छात्र यह जानकारी छुट्टी के दिन जुटाएंगे, उनकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी। जांच के बाद नियोक्ताओं पर कार्रवाई भी होगी। उन्होंने कहा कि बचपन बचाने के लिए सरकार और समाज को मिलकर कार्य करना होगा।

कार्यक्रम में बाल आयोग के अध्यक्ष डॉ. राघवेन्द्र ने बताया कि बाल श्रम के विरोध में 5 हजार संस्थाएं काम कर रही हैं। इसके बावजूद यह समस्या बनी हुई है। बच्चों को पढ़ाई और अच्छा माहौल देने की पहली जिम्मेदारी माता-पिता की है।
बच्चों ने अपने अनुभव सुनाए और शिक्षा के अधिकार कानून का लाभ 18 साल तक के बच्चों को देने का सुझाव दिया। अभी यह 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए है। कार्यक्रम का आयोजन स्वयंसेवी संस्था बचपन, मुस्कान, विकास संवाद और प्रसून द्वारा किया गया।