करनाल – मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गरीब व्यक्तियों की आमदनी बढ़ाने के उद्देश्य से खंड स्तर पर मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत आयोजित किए गए मेलों की चंडीगढ़ से वीसी के माध्यम से फीडबैक ली तथा सुधार के लिए सुझाव मांगे। उन्होंने जिलों से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन मेलों में जो खामियां नजर आई, उन्हें दुरूस्त करें तथा 18 से 60 वर्ष तक की आयु के हर गरीब आदमी को किसी ना किसी विभाग की स्कीम से लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अंत्योदय मेलों से एक दिन पहले हर जिला में काउंसलर की टीम घर-घर जाकर पात्र व्यक्तियों को स्वरोजगार स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करें ताकि वे सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर न केवल स्वयं आत्मनिर्भर बने बल्कि दूसरे लोगों को भी रोजगार दिलाने में सहायक सिद्ध हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि वार्षिक 1 लाख रुपये से कम आय वाले गरीब लोगों की सूची में शामिल अंतिम व्यक्ति की आमदनी बढ़ाना है और जिला में हर परिवार की आमदनी 1 लाख रुपये वार्षिक से ऊपर करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसी को लेकर सरकार द्वारा मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत खंड स्तर पर मेलों का आयोजित करवाए जा रहे है। सभी विभागों के अधिकारी इन मेलों के सफल आयोजन को लेकर मिलजुल कर कार्य करें और इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाए। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत तीन चरणों में खंड स्तर पर अंत्योदय मेलों का आयोजन किया जाना है। जिसके प्रथम चरण में वार्षिक एक लाख रुपये से कम आय वाले परिवार , दूसरे चरण में 1 लाख 80 हजार रुपये से कम तथा तीसरे चरण में 3 लाख रुपये से कम आय वाले लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा।
वीसी में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने मुख्यमंत्री को खंड स्तर पर आयोजित कुंजपुरा मेले का अनुभव साझा करते हुए सुझाव दिया कि मेले में आए सक्षम युवाओं को रोजगार विभाग की वरिष्ठता सूची में न रखकर प्राथमिकता के आधार पर रोजगार दिया जाए, कौशल विकास प्रशिक्षण के लिए फीस माफ की जाए तथा पीपीपी कार्ड होने के बावजूद जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र व रिहायशी प्रमाण पत्र को अनिवार्य ना किया जाए। इस सुझाव पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने तुरंत संज्ञान लिया और फीस माफ करने की घोषणा की और यह भी कहा कि लोगों के परिवार पहचान पत्र में जाति, आय तथा रिहायशी का प्रमाण सत्यापित होने के कारण इनकी जमा करवाने की आवश्यकता नहीं रहेगी तथा सक्षम युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार मुहैया करवाने का निर्णय लिया।
वीसी के बाद उपायुक्त ने जिला के अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों की दृढ़ता से पालना की जाए। किसी भी मेले में पात्र व्यक्ति को निराश ना जाने दे। उन्होंने कहा कि परिवार पहचान पत्र के अनुसार मेलों में आमंत्रित किए गए परिवार के मुखिया की आयु अधिक होने की वजह से अगर उसे किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है तो उसके परिवार के अन्य सदस्यों को योजनाओं का लाभ अवश्य पहुंचाए। उन्होंने कहा कि अगले 15 दिनों में दोबारा से कुंजपुरा में ही अंत्योदय मेला लगेगा, जिसमें पात्र व्यक्तियों को स्वीकृत पत्र वितरित किए जाएंगे, ऐसे में सभी विभाग के अधिकारी पूरी सजगता के साथ आवेदकों के घर जाकर औपचारिकताएं पूरी करें। उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे ब्लॉकों में लगने वाले अंत्योदय मेलों में ज्यादा से ज्यादा गरीब लोगों की उपस्थिति दर्ज करवाएं। इस बारे में पहले से ही पात्र व्यक्तियों से सम्पर्क किया जाये और इस मेले का महत्व समझाया जाए। उन्होंने कुंजपुरा में लगे मेले की व्यवस्था की सराहना की और दूसरे ब्लॉकों के नोडल अधिकारियों से कहा कि वे इस मॉडल को अपनाकर अपने-अपने अंत्योदय मेलों में बेहतरीन व्यवस्था बनाए।