करनाल – कोरोना महामारी के चलते करनाल में मरीजों की संख्या में दिन प्रतिदिन वृद्धि हो रही है ,अन्य शहरों से भी मरीज यहां आकर अपना इलाज करवा रहे हैं । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं सेवा भारती करनाल के कार्यकर्ता कोरोना मरीजों की सेवा में पहले की भांति दिन रात लगे हुए हैं । देश के इस संकट में सरकार, प्रशासन और समाज के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी मोर्चा संभाल लिया है। सेवा भारती करनाल कार्यालय में कोरोना टीकाकरण कैम्प आयोजित कर करनाल वासियों को प्रेरित कर टीकाकरण करवाया जा रहा है ।
कोविड मरीजों के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी काफी कारगर साबित हो रही है। कोरोना बीमारी से ठीक हो चुके व्यक्ति के खून से एंटीबॉडी लेकर बीमार व्यक्ति के शरीर में ट्रांसफर किए जाते हैं। इससे मरीज के शरीर में बीमारी से लड़ने की ताकत बढ़ती है। एंटीबॉडी को इम्युनोग्लोबुलिन भी कहा जाता है। यह शरीर द्वारा तैयार, प्रोटीन होता है, जो एंटीजन नामक बाहरी नुकसानदायक तत्वों से लड़ने में मदद करता है। एक व्यक्ति का प्लाज्मा 2 मरीजों का इलाज कर सकता है। कोरोना से ठीक हो चुके 18 से 60 साल की उम्र के लोग प्लाज्मा दान कर सकते हैं। दानदाता का वजन 50 किलोग्राम से ज्यादा होना चाहिए और उसे कोरोना से ठीक हुए कम से कम 28 दिन होने चाहिए। गर्भवती महिलाएं, इंसुलिन लेने वाले शुगर मरीज, किडनी, हार्ट की बीमारी वाले प्लाज्मा दान नहीं कर सकते हैं।
स्वयंसेवकों द्वारा कोरोना से ठीक हुए लोगों को प्रेरित कर प्लाज्मा दान देने के लिए तैयार कर उनका प्लाज्मा दान करवाया जा रहा है। अगर आप किसी को प्लाज्मा डोनेट करना चाहते हैं तो आगे आकर जरूरतमंदों की मदद करें l प्रतिदिन प्लाज्मा दान देने वालों की संख्या बढ़ रही है। सेवा भारती द्वारा प्लाज्मा दानदाता को स्मृति चिन्ह व गौरव पत्र से सम्मानित भी किया जा रहा है। यह जानकारी देते हुए सेवा भारती हरियाणा प्रदेश के अध्यक्ष सतीश चावला ने आह्वान किया कि कोरोना से ठीक हुए सभी प्लाज्मा दान के योग्य बंधू, भगिनी आगे आयें, प्लाज्मा दान करें जिससे कोरोना पीड़ितों की जान बचाने में मदद हो सके। कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज, करनाल में स्थित प्लाज़्मा बैंक 24 घंटे 7 दिन खुला रहता हैं। प्लाज़्मा दान करने वाले व्यक्ति सम्बंधित कार्यकर्ताओं से सम्पर्क कर सकते हैं – राजन अरोड़ा (9911200000) विनीत खेड़ा (9416032013) व शुभम गुप्ता (7015130620)