रिपोर्ट -मेनपाल /इंद्री- भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के अग्रणी बैंक, पंजाब नैशनल बैंक ( पीएनबी) करनाल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई और शाखा इंद्री व सामोरा के करनाल जिलों में वित्तीय समावेशन एवं साक्षरता शिविर, ग्राम सम्पर्क अभियान का शुभारंभ कर महात्मा गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की। नरेंद्र सिंह तोमर, कृषि और किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री, भारत सरकार ने आधिकारिक तौर दिल्ली से वेबिनार के माध्यम से इस देशव्यापी अभियान की शुरूआत की। इस अवसर पर सीएच.एस.एस. मल्लिकार्जुन राव, एमडी एवं सीईओ, कार्यपालक निदेशकगण और मुख्य महाप्रबंधकों सहित पीएनबी के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
यह अभियान चार प्रमुख बिन्दुओं डिजिटल, क्रेडिट, सामाजिक सुरक्षा और वित्तीय साक्षरता पर केंद्रित है, जो विभिन्न गतिविधियों को बढ़ावा देगा और आत्मानिर्भर भारत की संकल्पना को सार्थक करेगा। इस अभियान के आरंभ में, पीएनबी के चंडीगढ समोरा एवं इंद्री अर्ध-शहरी शाखाओं के माध्यम से करनाल जिलों में यह अभियान चलाने का लक्ष्य है और इस दौरान हर महीने प्रति शाखा प्रति माह 2 शिविर आयोजित किए जाएंगे। इस अभियान का शुभारम्भ 2 अक्टूबर को किया गया और यह 31 दिसंबर, 2020 तक चलाया जाएगा।
पीएनबी के प्रयासों की सराहना करते हुए नरेंद्र सिंह तोमर, कृषि और किसान कल्याण मंत्री, ग्रामीण विकास मंत्री और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री, भारत सरकार ने कहा कि पीएनबी राष्ट्रीयता की भावना और लाला लाजपत राय जैसे स्वतंत्रता सैनानियों की प्रेरणा से पूरी तरह भारतीयों द्वारा भारतीय पूंजी से स्थापित पहला स्वदेशी बैंक है। बैंक देश के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
पीएनबी द्वारा महात्मा गांधी के 150वें जन्मदिन पर ग्राम सम्पर्क अभियान का शुभारंभ किया है, इस प्रकार के प्रयासों से देश की ग्रामीण जनता को व्यापक लाभ पहुंचेगा। मैं पीएनबी को उनके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं। मुझे विश्वास है कि एक जिम्मेदार बैंक के रूप में पंजाब नैशनल है न बैंक देश के आर्थिक विकास में भारत सरकार के प्रयासों में अपना योगदान देता रहेगा।
इस अवसर पर सीएच.एस.एस. मल्लिकार्जुन राव, एमडी एवं सीईओ, पीएनबी ने कहा कि, च्च्कृषि भारत की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण पहलू है जिस पर लगभग देश की लगभग 50 प्रतिशत ग्रामीण आबादी और 60 प्रतिशत आजीविका आश्रित है। गांवों को सशक्त और अधिकाधिक ग्राम्य-उद्यमियों को स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करना अत्यावश्यक है जिससे आर्थिक विकास को गति प्रदान की जा सके। हमारे निरंतर प्रयासों का उद्देश्य बैंकिंग और एकीकृत सेवाओं को आसान बनाते हुए विभिन्न सरकारी योजनाओं और उत्पादों के बारे में ग्रामीणों को शिक्षित करना है। बैंकिंग को अधिक सुलभ, सुविधाजनक और उपयोगकर्ता के अनुकूल बनाने के लिए पीएनबी स्थानीय भाषाओं में भी सेवाएं प्रदान कर रहा है।
इन शिविरों में डिजिटल सेवाओं के अन्तर्गत पीएनबी द्वारा आधार सीडिंग, मोबाइल नंबर सीडिंग, डिजिटल ऑन बोर्डिंग, भीम यूपीआई पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। क्रेडिट सेवाओं के तहत पीएनबी कृषि निवेश क्रेडिट योजना, स्वयं सहायता समूह योजना और पीएसबी59 मिनट ऋण पर ध्यान केंद्रित करेगा। सामाजिक सुरक्षा के तहत, पीएनबी पीएमजेजेबीवाई, पीएमएसबीवाई, एपीवाई, कम नहीं होता और वाले स्वास्थ्य बीमा और कम लागत वाले जीवन बीमा पर ध्यान केंद्रित करेगा। वित्तीय साक्षरता शिविर के तहत सूचनाप्रद ऑडियो और एवी के माध्यम से लोगों को शिक्षित किया जाएगा।