Nainital -लोक सभा निर्वाचन की घोषणा के बाद प्रशासन हरकत में आया

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रिपोर्ट -कांता पाल /नैनीताल – निर्वाचन आयोग द्वारा सामान्य लोक सभा निर्वाचन-2019 का कार्यक्रम घोषित होते ही जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। सोमवार की सुबह गौलापर स्थित प्रसार प्रशिक्षण केन्द्र सभागार में जिला निर्वाचन अधिकारी विनोद कुमार द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया हेतु नामित किये गये सभी नोडल अधिकारियों, एआरओ, जोनल एवं सैक्टर मजिस्ट्रेटों के साथ महत्वपूर्ण बैठक कर लोक सभा निर्वाचन को शान्तिपूर्ण, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
सुमन ने अधिकारियों से कहा कि आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रथम चरण में उत्तराखण्ड की सभी संसदीय सीटों के लिए 11 अप्रैल को मतदान होगा तथा 23 मई को मतगणना कार्य सम्पन्न होगा। उन्होंने कहा कि मतदान कार्य के लिए लगभग 30 दिन का समय है, ऐसे में सभी अधिकारियों को अपने स्तर की सम्पूर्ण व्यवस्थाएं युद्ध स्तर पर पूरी करते हुए अंजाम देना होगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन को अपनी प्राथमिकता में शामिल कर लें। उन्होंने कहा कि भारी मात्रा में विभिन्न राजनैतिक दलों की प्रचार सामग्री पूरे जिले में लगी हुई है, इस प्रचार सामग्री को नगर निगम एवं नगर पालिकाओं के अधिकारी तत्काल हटाना सुनिश्चत करें। उन्होंने कहा कि सरकारी सम्पत्तियों, भवनों पर किसी भी प्रकार की प्रचार सामाग्री सहन नहीं की जायेगी। उन्होंने सभी एआरओ एवं उप जिलाधिकारियों एवं जोनल मजिस्ट्रेटों को आदेशित किया कि वह अपने क्षेत्र के अन्तर्गत व्यापक भ्रमण कर, सामग्री हटवाने का कार्य सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम की घोषणा होते ही सम्पूर्ण देश के साथ ही जनपद में आदर्श आचार संहिता लागू हो गयी है। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी आदर्श आचार संहिता का कड़ाई के साथ अनुपालन सुनिश्चित कराये तथा आचार संहिता के मानको की जानकारी राजनैतिक दलों को भी देने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता के दौरान मंत्री आदि कोई घोषणा, लोकार्पण नही कर सकेंगे, सरकारी वाहन और सुविधाओं के इस्तेमाल पर भी रोक रहेगी। सरकारी खर्चे पर ऐसे आयोजन नहीं होंगे जिससे किसी दल विशेष को लाभ पहुॅचता हो। मंत्री शासकीय दौरो में चुनाव प्रचार नहीं करेंगे। उन्होंने बताया कि कोई भी राजनैतिक दल ऐसा कार्य नहीं करेगा जिससे जातियों और धार्मिक, भाषायी समुदायों के बीच मतभेद बढ़े या तनाव पैदा हो, वोट के लिए भ्रष्ट आचरण भी तथा मतदाता को प्रलोभन आदि दिया जाना भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना जाएगा।
सुमन ने फ्लाइंग स्क्वाड टीम व वीडियों सर्विलांस टीमों के अधिकारियों से कहा कि वह सघन चैकिंग अभियान तत्काल प्रारंभ कर दें। उन्होंने कहा कि अवैध शराब, नगदी के आवागमन पर पूरी रोक लागाएं तथा छापेमारी कर सीजर की कार्यवाही भी अमल में लायें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन के दौरान मतदाताओं के बीच शराब एवं नगदी के वितरण की आशंका बनी रहती है, इसके साथ ही अवैध रूप से शराब के भण्डारित होने वाले क्षेत्रों एवं गौदामों पर भी छापामारी की जाए और अवैध शराब पाये जाने पर तत्काल सीजर की कार्यवाही की जाये।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जिले का कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी किसी भी दशा में जिले से बाहर नहीं जायेंगे। इसके अलावा जनपद के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के अवकाश भी तत्काल रद्द किये जाते हैं। बिना अनुमति के कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी अपना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में हम सभी की सेवाएं भारत निर्वाचन आयोग के अधीन है, निर्वाचन प्रक्रिया को कुशलता पूर्वक सम्पन्न कराना हमारी प्राथमिकता एवं ध्येय होना चाहिए है।