पानीपत -पानीपत हुआ पानी -पानी प्रशासन के दावे हुए फेल

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रिपोर्ट -प्रवीण भारद्वाज /पानीपत -मानसून की बरसात ने  सरकार ,प्रशासन और निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी । ईमानदारी का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा के शासन में जहाँ  नगर निगम भ्रष्टाचार की  सभी सीमाएं लांघ रहा है, उसके बावजूद सरकार भ्रष्ट अधिकारियों पर कोई कार्रवाही करने में नाकाम रही है l वहीं शहर में विकास कार्यो की भी पोल देर रात हुई बरसात ने खोल दी है ,रात  हुई बरसात में ही शहर की गलियां और सड़कें नदियां बन गई । भाजपा नेता दावा करते हैं कि पानीपत शहर में 300 करोड़ रुपए से विकास कार्य कराए गए हैं। जबकि उपायुक्त और निगम मेयर  के दावे भी हवा हवाई हो गए l

हजारों करोड़ का टैक्स देने वाली औद्योगिक नगरी में नेताओ का दावा था कि उनके द्वारा शहर में विकास कार्य करवाए गए हैं । जिस पर मोहर नगर निगम ने भी लगाई थी। लेकिन सच्चाई इससे कोसों दूर दिखी। तस्वीरें साफ़ बया करती है  शहर के विकास को l   एक बार फिर बरसात से औद्योगिक नगरी  पानी -पानी दिख रही है । रोजाना  लाखों का टोल वसूलने वाली कम्पनी एलएनटी भी बरसात से पहले जीटी रोड के सीवरेज की सफाई नहीं करवा पायी । दर्जनों वाहन पानी में फंसकर खराब हो गए । हाइवे पर वाहनों की लम्बी लाइने दिखाई दी l राहगीर गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर दिखे l

पानीपत उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने सम्बन्धित विभाग के अधिकारियो को निर्देश दिए थे कि मानसून से पहले शहर के सभी नाले व् सीवरेज की सफाई हो जानी चाहिए। जिसकी रिपोर्ट भी अधिकारियों ने उपायुक्त को दी और कहा  कार्य पूरा होने वाला है। लेकिन यह दावे आज देर रात आयी बरसात ने फेल कर दिए। शहर में आने वाले लोगों को इससे  भारी परेशानी उठानी पड़ी l वहीं मेयर अवनीत कौर भी शहर में सफाई और सीवरेज सफाई की बात के दावे करती हैं  लेकिन सच्चाई से इंकार करना बेमानी होगी। ऐसे में शहर की जनता नाराज है और करोडों का टैक्स देने के बाद भी गंदगी और विषैले पानी से परेशान है।

एक दिन की बरसात ने शहर की तस्वीर बदल कर रख दी है। लेकिन सावन माह में मौसम विभाग की चेतावनी के बाद भी प्रशासन शहर में सीवरेज व्यवस्था नहीं सुधारता तो अभी शुरुआत में हालत दयनीय है  तो आने वाले समय में तो शहर में बरसात में किश्तियां चलना लाजमी है।