एसटीएफ ने लखनऊ से सीएम का निजी सहायक बताने वाले 3 ठगों को पकडा

0
149

लखनऊ – उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निजी सहायक बताने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। एसटीएफ के सूत्रों ने शुक्रवार को मीडिया को बताया कि सूचना मिलने पर एसटीएफ की एक टीम ने आतिश कुमार मिश्रा, हनुमान शुक्ला तथा राहुल उपाध्याय नामक लोगों को लखनऊ के अलीगंज स्थित कपूरथला इलाके से गिरफ्तार किया है। पकडे़ गए तीनों लोगों ने पूछताछ में एसटीएफ को बताया कि उन्होंने जाली पहचान पत्र के आधार पर एक सिमकार्ड खरीदा था और उसे ट्रूकॉलर ऐप पर ‘चीफ मिनिस्टर यूपी’ के नाम से पंजीकृत कर लिया था। इसी नंबर से वह बिल्डरों को फोन करके खुद को मुख्यमंत्री का निजी सहायक बताते और उन्हें धमकी देते थे।

सूत्रों ने बताया कि इन लोगों ने कानपुर के श्रमायुक्त आर. के. मिश्रा को फोन करके खुद को मुख्यमंत्री का सहायक बताते हुए एक कंपनी पर छापा मारने को कहा था। मिश्रा ने संदेह होने पर इस बारे में कानपुर के जिलाधिकारी को बताया था। बाद में इस मामले की जांच एसटीएफ के सौंपी की गई और इन 3 आरोपियों के गिरफ्तार किया गया।

गिरोह के सदस्यों ने फर्जी आईडी पर एयरसेल कंपनी का नंबर (8896142951) ले रखा था और योगी आदित्य नाथ सीएम के नाम से ‘सेव’ किया गया था। इस फोन से राहुल उपाध्याय खुद को मुख्यमंत्री का निजी सहायक राकेश कुमार सिंह निवासी गोरखपुर बताकर विभिन्न कंपनियों व उच्चाधिकारियों, व्यवसायियों व बिल्डरों आदि को फोन करके धन की मांग करता था।

एसएसपी ने बताया कि इस गिरोह ने कानपुर के उप श्रमायुक्त आरके मिश्रा को मुख्यमंत्री का निजी सचिव बनकर फोन किया था। उनसे कहा गया कि वह मेसर्स आरएसपीएल ग्रुप कानपुर के सभी प्रतिष्ठानों पर आज ही छापा मारकर कार्रवाई करें और कृत कार्रवाई से उन्हें अवगत कराएं। संदेह होने पर यह प्रकरण डीएम कानपुर के संज्ञान में लाया गया। छानबीन के दौरान पता चला कि संबंधित अधिकारी के मोबाइल पर मोबाइल नंबर ट्रू-कॉलर पर सीएम का नाम दर्शा रहा था।