किशोर सिंह / पुष्कर – इंसान कभी भी गरीब नही होता अगर वो पूरी शिद्दत के साथ कर्म करे। मन में आत्म विस्वास मजबूत हो तो आत्म निर्भर बनने की राह में मदद करने वाले भी मिल जाते है। ऐसी ही मिसाल पुष्कर में देखने को मिली जहाँ गरीबी से जूझ रही विमला को आत्म निर्भर बनाने के लिए सात समंदर पार ऑस्ट्रेलिया से पुष्कर घूमने आई पर्यटक पेयटा ने इसे परचूनी सामान दिलाकर उसे चाय स्टाल खुलवाी कर मदद की। आज इस विदेशी ने जरूरतमंद विमला की मदद की तो विमला की ख़ुशी का ठिकाना नही रहा। आज के इस स्वार्थ से भरे सामाजिक माहौल में जब अपने भी मदद को मुंह मोड़ लेते हैं तो इस विदेशी महिला ने मदद की एक अनूठी मिसाल पेश कर हम सभी को एक दूसरे की मदद करने की प्रेरणा भी दी है।
पेयटा को विमला करीब 20 साल पहले मिली तब विमला बहुत छोटी थी। पेयटा दुबारा पुष्कर् घमने आई तब विमला की शादी हो चुकी थी उसे के बच्चे भी हो गए थे और विमला का पति भी इतनी महंगाई में कुछ ज्यादा नहीं कमा पाता है । पेयटा ने विमला की गरीब हालात को देखा तो उसे बहुत ही दुख हुआ । विमला पुष्कर् के बाजारों में पर्यटकों के महेंदी लगाकर अपना गुजारा चलाती है ।