भीख मांग मांग कर अस्पताल का कर्जा उतारने को मजबूर ससुर

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नन्दलाल / शाहजहांपुर  – जहां एक ओर यूपी सरकार झोला छाप डाक्टर से लेकर हर तरह की मुहिम चला रही है वही प्रदेश के शाहजहांपुर जिले के कुछ प्राइवेट अस्पताल अपनी मनमानी पर उतर आये हैं ।ताजा मामला शाहजहांपुर जिले के थाना रौजा के लोधीपुर मे सहारा अस्पताल का है । जहां पर एक मरीज के तीमारदार को भीख मांग कर अस्पताल का कर्ज उतारने के लिए मजबूर है।

शाहजहांपुर के सहारा अस्पताल मे लखीमपुर के रहने वाले मियां सालाऊदीन ने अपनी ही बहु को भर्ती कराया नार्मल डिलीवरी का बहाना बना कर अस्पताल के डाक्टर ने भर्ती तो कर लिया पर शायद सलाऊदीन के घर वालों को नही पता था की नार्मल डिलीवरी के 40000 हजार रूपये उसे देने पडेंगे रिक्शा  चलाने वाले सलाऊदीन ने नौ हजार रुपये तो जमा कर दिये पर चालीस हजार की बात सुनकर उसके रोंगटे खडे हो गए और अस्पताल की मालिक डा0 सुफिया सुल्ताना ने मरीज को बाहर ले जाने मना कर दिया। कहा पूरा पैसा देने पर ही मरीज को बाहर जाने देंगे मरीज के साथ आये तीमार दारो ने मन्नत की लेकिन डा0 सुफिया ने एक भी न सुनी और कही से पैसा लाने का हुक्म सुना डाला ।

एक तरफ जिला अस्पताल तो दुसरी तरफ खुद का अस्पताल जी हा ऐैसा ही मामला सहारा अस्पताल की मालकिन सुफिया का है जहां पर दिन भर तो जिला अस्पताल के महिला एमरजेन्सी मे डयूटी करती है और बाद मे वही से वहला फुसला कर मरीजों  के सस्ते इलाज के नाम पर अपने अस्पताल मे लाती है जिला अस्पताल मे हो रहे इस लम्बे खेल से प्रशासन के अधिकारी आँखों पर काली पट्टी डाल कर बैठे है
परिवार के लोगो के पास चालीस हजार रूपये न होने पर परिवार के लोगों ने रोड पर मस्जिद के बाहर बैठकर भीख मांगने लगे राह गिरो ने 10 या बीस रूपये देकर मदद तो की लेकिन अब सबाल सरकार और प्रशासन पर जरूर खडा होता है कि ऐैसे भ्रष्ट अस्पतालों पर प्रशासन कब कार्यवाही करेगा l