नन्दलाल/शाहजहांपुर – यूपी के शाहजहांपुर में स्वास्थ्य विभाग की कारगुजारी देखने को मिल रही है। यहां स्वास्थ्य इन्सान को विकलांग सर्टिफिकेट जारी किये जा रहे है और पूरी तरह से विकलांग लोग सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर हैं । आलम ये है कि विकलांग सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए पैरों से अपाहिज युबक कई किलोमीटर दूर से तहसील के चक्कर काट रहे हैं।
पैरों से घिसट घिसट कर तहसील का चक्कर लगा रहे इन विकलांगों को नाम रोहित और बलवीर सिंह है। जो बचपन से पैरों से विकलांग है। हालत ये है कि ये बिना किसी सहारे से कही जा भी नही सकते है। ये दोनों जलालाबाद तहसील से तीस किलोमीटर दूर से पिछले कई महीनों से यहां के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग इन्हे टरका रहा है। इन्हे देखकर कोई भी इन्सान इनकी मजबूरी का अन्दाजा लगा सकता है लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इस बात का सबूत चाहिए कि ये चल नहीं सकते है जिसमें की डाक्टर की रिपोर्ट लगी हो। बेवस और चलमें असमर्थ ये विकलांग स्वास्थ्य विभाग के रवैया से बेहद आहत है।
दोनों विकलांग तहसील से लेकर मुख्यालय तक के दर्जनों चक्कर लगा चुके है लेकिन स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से स्वास्थ्य व्यक्ति को विकलांग सर्टिफिकेट आसानी से हासिल हो जाता हैं लेकिन वास्तविक जरूरत मन्दों को विकलांग सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए चक्कर काटने पड़ रहे है। लेकिन मामला एसडीएम के पास पहुुंचने पर अब इनकी मदद की बात की जा रही है। सत्यप्रिय सिंह, एसडीएम जलालाबाद के एस डीऍम का कहना है की जो भी विकलांग यहाँ पर महीने के तीसरे मंगलवार को आते है उनका मेडिकल परिक्षण कराकर विकलांग प्रमाण पत्र दे दिया जाता है।