उदयपुर – राजस्थान के भरतपुर में एक एटीएम से पैसे निकालने वालों की लॉटरी लग गई। एक्सिस बैंक के इस एटीएम में 100 रुपए की जगह 500 रुपए निकल रहा था। इस बारे में आसपास के लोगों को जैसे ही पता चला वे अपने-अपने डेबिट कार्ड लेकर एटीएम पहुंच गए। एटीएम के बाहर नोटबंदी के बाद जैसा नजारा दिखा। जब तक बैंक को इस बारे में मालूम चला, तब तक एटीएम खाली हो चुका था। चंद घंटे में ही एटीएम से 250 लोगों ने करीब 2 लाख रुपए निकाल लिए। मामला भरतपुर के डीग कस्बे का है। यहां 24 जुलाई को नई सड़क स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम से जब लोग पैसा निकालने पहुंचे तो 100 रुपए के स्थान पर 500 रुपए के नोट निकलने लगे।
इस घटना से एटीएम में पैसा डालने वाली संस्था के कर्मचारियों की टेंशन बढ़ गई है। वे पिछले दो दिनों से एटीएम से पैसे निकालने वाले लोगों का बैंक से एड्रेस पता कर उनसे पैसे वापस मांगते फिर रहे हैं। कईयों ने तो पैसे वापस करने से इनकार कर दिया। हालांकि, नंगला पोंछला के रहने वाले रामराज ने बैंक को 16 हजार रुपए वापस किए हैं। उन्हें एटीएम से 4 हजार के स्थान पर 20 हजार रुपए मिले थे।
संस्था के कर्मचारी बुधवार को रामराज से मिलकर उनसे बाकी पैसे वापस देने की रिक्वेस्ट की थी। चूंकि एटीएम से पैसा निकालने वाले अलग-अलग बैंकों के कस्टमर्स थे। इसलिए एक्सिस बैंक के कर्मचारियों को ऐसे लोगों की डिटेल निकालने में भी मुश्किल हो रही है।एक्सिस बैंक के डीग शाखा के प्रबंधक विपुल खंडेलवाल का कहना है कि एटीएम में करेंसी लोड करने वाली संस्था के कर्मचारियों ने गलती से एटीएम की 100 रुपए वाली शेल्फ में 500 रुपए के नोट डाल दिए थे। करेंसी लोड करने वाली संस्था के लोग ज्यादा पैसा ले गए लोगों से पैसा वापस लाने में जुटे हुए हैं। कितना पैसा अधिक निकल गया इसकी जानकारी नहीं है।
संस्था के कर्मचारी बुधवार को रामराज से मिलकर उनसे बाकी पैसे वापस देने की रिक्वेस्ट की थी। चूंकि एटीएम से पैसा निकालने वाले अलग-अलग बैंकों के कस्टमर्स थे। इसलिए एक्सिस बैंक के कर्मचारियों को ऐसे लोगों की डिटेल निकालने में भी मुश्किल हो रही है।एक्सिस बैंक के डीग शाखा के प्रबंधक विपुल खंडेलवाल का कहना है कि एटीएम में करेंसी लोड करने वाली संस्था के कर्मचारियों ने गलती से एटीएम की 100 रुपए वाली शेल्फ में 500 रुपए के नोट डाल दिए थे। करेंसी लोड करने वाली संस्था के लोग ज्यादा पैसा ले गए लोगों से पैसा वापस लाने में जुटे हुए हैं। कितना पैसा अधिक निकल गया इसकी जानकारी नहीं है।