किशोर सिंह /अजमेर -घोड़ों में फैली ग्लेंडर नाम की एक महामारी का असर अब शादी ब्याह में भी भय के रूप में साफ दिखाई देने लगा है। प्राचीन काल से चली आ रही परंपरा भी इस भय के आगे दम तोड़ती हुई देखी जा सकती है। घोड़ो में उत्पन्न महामारी से होने वाले इस जान लेवा ओर संक्रमण के भय का जीता जागता उदाहरण मार्बल नगरी किशनगढ़ में भलीभांति देखने को मिला।
जहां घोड़े की बजाए दूल्हे ने बुलेट मोटरसाइकिल पर बैठकर अपनी बारात निकाली और अन्य अतिथि भी वाहनों पर ही सवार दिखाई दिए। घोड़े की बजाए मोटरसाइकिल पर बैठे दूल्हे को देखने के लिए तमाशबीनों की खासी भीड़ जमा हो गई।। घोड़ों में ग्लैंडर्स रोग के फैलने का असर पशुपालकों के साथ अब बारात में भी दिखने लगा है। दूल्हे ने इस का विकल्प मोटरसाइकिल में ढूंढ निकाला ऐसा ही कुछ नजारा था मार्बल नगरी किशनगढ़ के कुचील से आई एक बारात में देखने को मिला जहाँ पुराना शहर किशनगढ़ में गोबरिया गणेश मंदिर के पास स्थित बींजाराम माली के निवास पर कुचील के पूर्व सरपंच मोहनलाल डेरीवाल के बेटे की बारात आई सुरेंद्र की बिंदोरी बुलेट मोटरसाइकिल पर निकाली गई इस मौके पर किशनगढ़ विधायक भागीरथ चौधरी मोटरसाइकिल पर बैठकर बारात में शामिल हुए।
दूल्हा मोटरसाइकिल चला कर दुल्हन सरस्वती के घर पहुंचा तो बाराती पीछे बेंड और ढोल पर नाचते हुए दिखे शहर में यह नजारा काफी चर्चा का विषय बना रहा। यह बिमारी पूर्ण रूप से काफी भयावह स्तिथि फैला रही है जिसका डर हमें अंतराष्ट्रीय पुष्कर पशु मेले में भी देखने को मिला है l
पशुपालन विभाग के अधिकारी विष्णु देव ने बताया यह बिमारी अश्व में फैलने वाली एक खतरनाक बिमारी है जो की छूत से काफी तेज गति से फैलती है यह रोग टट्टू ,गधों में भी तेजी से फ़ैल सकता है एक घातक रोग के रूप में इसे देखा जा रहा है ! इस रोग की पुष्टि पर राज्य सरकार द्वारा एक अधिसूचना जारी हुआ जिस पर सभी पशुपालकों को इससे अवगत कराया गया l