नसीम अहमद / लखनऊ – लखनऊ. समाजवादी पार्टी की आज लखनऊ में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में मुलायम और शिवपाल की अखिलेश से नाराज़गी लगता है दूर होने का नाम नहीं ले रही है..आज की बैठक से तो ऐसा ही मालूम पड़ता है कि पिता मुलायम सिंह यादव, चाचा शिवपाल सिंह यादव अखिलेश यादव से नाराज़ हैं l इसलिए वो बैठक में नहीं पहुचे इन दोनों नेताओ के ना आने से बैठक में चर्चा होती रही l
समाजवादी पार्टी लोकसभा चुनाव 2019 के साथ ही मध्य प्रदेश, राजस्थान व छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव को लेकर काफी अहम मानी जा रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव, पार्टी उपाध्यक्ष किरनमय नंदा व राज्यसभा सांसद जया बच्चन भी मौजूद हैं। इस अहम बैठक से मुलायम सिंह यादव के साथ ही अखिलेश यादव सरकार की कैबिनेट में मंत्री रहे शिवपाल सिंह यादव के किनारा करने पर तमाम कयास लगाए जा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी लखनऊ में आज की बैठक में लोकसभा चुनाव समेत तीन राज्यों में होने जा रहे चुनाव का रोडमैप तैयार करेगी। इस बैठक में भाजपा के खिलाफ गठबंधन पर भी मुहर लगेगी और इसके लिए दूसरे दलों से बातचीत के लिए औपचारिक रूप से पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को अधिकृत किया जाएगा। पार्टी की ओर से राजनीतिक और आर्थिक प्रस्ताव भी रखा जाएगा।
राष्ट्रीय सचिव और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि बैठक प्रात: दस बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की अध्यक्षता में शुरू हो गई। इसमें प्रमुख महासचिव प्रो. राम गोपाल यादव समेत अन्य पदाधिकारी और राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल हैं। बैठक में राजनीतिक, आर्थिक प्रस्तावों पर चर्चा के साथ ही चुनावी तैयारियों पर भी मंथन होगा।
बैठक में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य में होने वाले चुनावों पर भी चर्चा होगी। अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के चुनाव को लेकर काफी गंभीर हैैं और हाल ही में वहां का दौरा भी कर चुके हैं। इसके अलावा भाजपा के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की इस बैठक के लिए पार्टी मुख्यालय में कल तैयारियां चलती रहीं। पार्टी के कई पदाधिकारी भी शाम तक राजधानी पहुंच गए थे।बैठक में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य में होने वाले चुनावों पर भी चर्चा होगी। अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के चुनाव को लेकर काफी गंभीर हैैं और हाल ही में वहां का दौरा भी कर चुके हैं। इसके अलावा भाजपा के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है।