सांवराद – प्रदेश में अपराध का पर्याय बने गैंगस्टर आनंदपाल के शव का अंतिम संस्कार 13 दिन व्यतीत होने के बाद भी नहीं हो पाया तो वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को अजमेर आए करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र सिंह कालवी ने यहां पत्रकारों से वार्ता करते हुए ऐलान किया कि आगामी 12 जुलाई को दोपहर 12:15 बजे सांवराद में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा।
इस सभा में राजस्थान भर से तमाम राजपूत समाज के लोग एकत्र होंगे कालवी ने कहा कि उन्हें रोके जाने की कोशिश की गई तो माहौल बिगड़ने की सारी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी। कालवी ने आनंदपाल एनकाउंटर के मामले में सरकार को जमकर आड़े हाथों भी लिया ।उन्होंने कहा कि घटना के 5 दिन बाद करणी सेना से सहयोग आनंद पाल के परिजनों ने मांगा जिस पर उन्हें सहयोग दिया गया। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी आनंदपाल के परिजनों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार से वार्ता की लेकिन सारी वार्ता नतीजा साबित हुई।
सरकार ने सांवराद में आने वाले लोगों की आवाजाही बंद कर दी और 3 तारीख को आनंद पाल के शव को बर्फ भी मुहिया नहीं होने दी गई कालवी ने आरोप लगाया कि सरकार करणी सेना को हल्का नहीं समझे उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए कहा की परिवार की मांग प्रकरण की सीबीआई जांच के है और सरकार चाहती है कि आनंदपाल के शव की अंत्येष्टि जल्दी से जल्दी हो। इस पूरे मसले को लेकर गतिरोध बना हुआ है शुक्रवार रात्रि को भी गृहमंत्री और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वार्ता तय है इससे पूर्वी वार्ता हुई लेकिन वह बेनतीजा साबित हुई है ।कालवी ने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात हुई उन्होंने स्पष्ट कहा कि सीबीआई जांच की मांग राज्य सरकार की अनुशंसा पर करवाई जाती है ।कालवी ने कहा 13 दिन से आनंदपाल का शव अंतिम संस्कार का इंतजार कर रहा है ।आगामी 12 तारीख को होने वाले श्रद्धांजलि सभा में राजस्थान के राजपूत समाज से जुड़ी सभी संगठन शामिल होंगे। कालवी ने पूरे घटनाक्रम पर करणी सेना का पक्ष रखते हुए कहा कि उन से सहयोग मांगा गया है और करणी सेना इस पूरे मामले में परिजनों का सहयोग करेगी।
आनंदपाल एनकाउंटर के मामले को लेकर कालवी ने पूरी जानकारी नहीं होने की बात कहते हुए सवाल को टाल दिया तो वही एक अन्य सवाल का गोल-गोल जवाब दिया और कहा कि राजपूत समाज की एकता अब जल्दी ही दिखाई देगी। पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि शुक्रवार रात्रि को होने वाली वार्ता यदि सफल हो जाती है तो श्रद्धांजलि सभा को लेकर निर्णय किया जाएगा। कालवी ने 11 वर्ष पूर्व हुए एक मामले में उनके ऊपर लगे आरोपों को लेकर भी अपनी सफाई पेश की तो वहीं उन्होंने सोशल मीडिया द्वारा आनंदपाल एनकाउंटर को लेकर उपजे विवाद के मामले को तोड़ मरोड़ कर पेश किए जाने की घटना को दुखद बताया ।0वहीं इस पूरे मामले में सरकार पर दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आनंदपाल के एनकाउंटर और उसके बाद अंत्येष्टि के मामले में कई कारण बने हुए हैं जिस में सामाजिक कारण राजनीतिक कारण आदि शामिल है। कालवी ने कहा कि करणी सेना द्वारा सहयोग किए जाने के बाद आनंदपाल के शव को डीप फ्रीजर में रखा जाना संभव हो सका ।उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच को स्वीकार नहीं करते हुए सरकार राजपूत समाज को कमजोर मानकर चल रही है। उन्होंने मीडिया द्वारा दिखाई जा रही खबरों के प्रति अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने मीडिया को सदैव निष्पक्ष माना है और मीडिया की नजर में वह निष्पक्ष है इसीलिए उनकी इज्जत होती है। एक सवाल का जवाब देते हुए कालवी ने यह कहा कि अब जो संघर्ष कमेटी है वह नेतृत्व के साथ कार्य कर रही है जिसका नतीजा जल्दी ही आ सकता है।