एक और सैनिक स्कूल जनपद रूद्रप्रयाग के जखोली में खोला जायेगा – मुख्यमंत्री

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कान्तापाल / नैनीताल – मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड त्रिवेन्द्र सिंह रावत अपने कार्यक्रम के अनुसार घोड़ाखाल मंदिर पहुॅचे जहां पर उन्होंने गोलू देवता की पूजा अर्चना की, इसके उपरान्त मुख्यमंत्री ने सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में 227.37 लाख की लागत से निर्मित जयमल सिंह स्टेडियम का लोकार्पण  किया एवं स्कूल ओडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दीप प्रज्वलित कर शुभारम्भ किया।  घोड़ाखाल स्कूल में स्कूल के छात्र-छात्राओं व उपस्थित गणमान्य को सम्बोधित करते हुये मुख्य मंत्री ने बच्चों की डाइट को 17.50 रूपये से बढ़ाकर 36 रूपये व राज्य सरकार द्वारा सैनिक स्कूल को दी जाने वाली ग्रान्ट को 3 करोड़ से बढ़ाकर 5 करोड़ करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हम सभी को गर्व है कि उत्तराखण्ड वीर सैनिकों की भूमि है। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल की अपनी एक पहचान है यहां से निकले कैडिटों ने देश की सेवा कर नाम कमाया हैं। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि आज सैन्य बलों के चीफ हमारे उत्तराखण्ड के ही हैं। उन्होंने कहा कि स्कूल के सभी छात्र अनुशासित होकर शिक्षा ग्रहण करें और देश को अपनी सेवा प्रदान करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 26 सैनिक स्कूल हैं जिसमें सैनिक स्कूल घोड़ाखाल का अपना एक स्थान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक और सैनिक स्कूल जनपद रूद्रप्रयाग के जखोली में खोला जायेगा जिसका एमओयू भी हो चुका है। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति स्व0एपीजे अब्दुल कलाम की बात कहते हुये कहा कि ऊचे-ऊचे सपने अवश्य देखें लेकिन खुली आॅखों से। उन्होंने विजन 20-20 पुस्तक को अवश्य पढ़ने को भी कहा। उन्होंने बच्चों से कहा कि एक उद्देश्य को लेकर आगे बड़ें इसके लिये उन्होंने शुभकामनायें दी। उन्होंने सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के 37 बच्चे मैरिट में आने पर बच्चों व स्कूल प्रशासन को बधाई दी।
रावत ने कहा पढ़ाई के साथ-साथ खेल बहुत आवश्यक है जिससे मन-मस्तिष्क शांत रहता है व शरीर स्वस्थ्य रहता है। मुख्य मंत्री ने स्कूल कैम्पस के साथ ही आवासीय कालोनी का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि भवाली सैनिटोरियम चिकित्सालय को सुपर स्पेशलिस्ट चिकित्सालय बनाया जायेगा। प्रधानाचार्य सैनिक स्कूल घोड़ाखाल कै0 रोहित द्विवेदी ने सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुये स्कूल की गतिविधियों की जानकारी दी। बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये जिसे अतिथियों द्वारा सराहा गया।