सोनीपत -खूनी खेल विवाद ,गांव भैंसवाल में बलबीर की हत्या के बाद छोटे भाई व उसकी पत्नी की हत्या

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रिपोर्ट -सुरेंद्र /सोनीपत – सदर थाना के गांव भैंसवाल कलां में सरपंची चुनाव को लेकर दो पक्षों के बीच शुरू हुए विवाद खूनी खेल में तबदील हो गया। दोनों ही पक्ष एक जान के बदलें, जान लें रहे हैं। जहां चार जून को एक पक्ष ने एक व्यक्ति की हत्या की थी, अब उसी पक्ष ने छोटे भाई सहित उसकी पत्नी को घर में घुसकर गोलियों से भून डाला। मामले की सूचना मिलने के बाद डीएसपी हंसराज, सुशीला कुमारी, एसएचओ सदर संदीप अहलावत व एसआईटी प्रभारी जलजीत कुमार टीम सहित मौके पर पहुंचे और एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाया। जिसके बाद शवों को लेकर पोस्टमार्टम के लिए शहर के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। जहां उसे शवों को गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस ने मृतक के छोटे भाई के नाम पर पांच नामजद सहित अन्य लोगों पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
गांव भैंसवाल कलां निवासी वर्ष 2014-15 में सरपंची के चुनाव को लेकर दोनों पक्षों में झगड़ा हो गया था। उस समय गांव से रणजीत व चामरा चुनाव लड़ रहे थे। जिसमें चामरे की जीत हुई थी। एक दिन प्रवीण और कृष्ण के बीच कहासुनी हुई और उसने कृष्ण को गली में थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद कृष्ण अपने घर पहुंचा और अपने बेटे को उसको थप्पड़ मारने की बात कहीं और बेटे ने अन्य साथियों के साथ मिलकर 20 अप्रैल को प्रवीण की हत्या कर दी थी। पुलिस ने कृष्ण के बेटे को गिरफ्तार किया तो उसने पूछताछ में इसका खुलासा किया था। अप्रैल माह में गांव के सोनू, रवि और अक्षय उर्फ धोला की हत्या कर शव को मुजफ्फरनगर के पास गंगनहर में फेंक दिया था। इस हत्याकांड में प्रवीण के भाई सीटू का नाम आया था। यूपी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। जो फिलहाल यूपी जेल में बंद है। 4 जून की रात को आरोपी बलबीर के घर के अंदर घुस गए और उसे गली में लाकर गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में मृतक की पत्नी बिमला ने कृष्ण सहित 13 पर हत्या का केस दर्ज कराया था। अभी वह मामला ठंडा नहीं हुआ था कि शनिवार की सुबह कृष्ण पक्ष गैंग के युवक मृतक बलबीर के छोटे भाई होशियार सिंह (42) जो गांव स्थित कॉप्रेटिव बैंक में सेकटरी के पद पर तैनात था। उसके घर पर पहुंचे और दीवार फांद कर ऊपर बने कमरे में चढ़े और दरवाजा तोड़कर होशियार को गोलियां मार दी। गोलियों की आवाज सुनकर होशियार के बेटे की बहू उठ गई और वह युवकों को नीचे आता देखकर भाग कर शौचालय में घुस गई और कुंडी लगा ली। युवक इसके बाद नीचे आए और कमरे में सो रही होशियार की पत्नी निर्मला (39) की गोलियां मारकर हत्या कर दी। दोनों को तीन से चार गोलियां मारी गई है। उसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने छोटे भाई सुरेंद्र पुत्र भरथू के बयान पर गांव कटवाल निवासी सुमित, गांव भैंसवाल निवासी मोहित उर्फ बिहारी, परमजीत, मोनी व विक्रम सहित अन्य पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
बताया जा रहा है कि
होशियार सिंह का छोटा बेटा मोनू रोहतक गया हुआ था। वहीं अप्रैल माह में गांव के सोनू, रवि और अक्षय उर्फ धोला की हत्या के मामले में बड़ा बेटा सतपाल जेल में हैं। उसके साथ गांव का ही नवीन पुत्र प्रताप व मृतक बलबीर का लड़का सीटू उर्फ जीतेंद्र यूपी की जेल में हैं, जबकि हरिओम पुत्र रामनिवास अभी फरार है। सतपाल के जेल में जाने के बाद उसकी पत्नी घर पर थी जो गोलियों की आवाज सुनकर कमरे से उठकर घर में बनी शौचालय में घुस गई और आरोपी उसकी सास निर्मला व ससुर होशियार सिंह को मारकर वापिस चले गए।
यूपी के युवकों के साथ मिलकर की थी हत्या
अप्रैल माह में गांव के सोनू, रवि और अक्षय उर्फ धोला की हत्या कर गंगनहर में फेंकने का भी खुलासा हो चुका है। पकड़े गए आरोपियों ने यूपी पुलिस से बताया है कि उन्होंने अपने भाई प्रवीण की हत्या का बदला लेने के लिए यूपी के कुछ लड़कों के साथ मिलकर तीनों की हत्या कर नहर में शव गाड़ी सहित डाल दिया था ताकि हादसा लगे। जिसके बाद दूसरे पक्ष ने तीन जान ओर ले ली।
मृतक बलबीर की पत्नी के पास था गनमैन
4 जून को बलबीर की हत्या के बाद पुलिस ने उसकी पत्नी सहित अन्य परिवार की सुरक्षा के लिए एक गनमैन दिया था। शनिवार को गनमैन बलबीर की पत्नी बिमला की सुरक्षा के लिए उसके घर में सोया था। हमलावर वहां जाने की बजाय सीधा होशियार के घर गए और पत्नी निर्मला सहित दोनों को गोलियों से भून डाला।
होशियार भी कर रहा था सुरक्षा की मांग
यूपी में हुई तीन हत्याओं के बाद होशियार का बेटा सतपाल यूपी की जेल में बंद था। जिसके बाद होशियार ने पुलिस को सुरक्षा देने के लिए शिकायत दी थी। लेकिन पुलिस अधिकारियों का कहना है कि होशियार ने इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं दी है। अगर दी होती तो उन्हें सुरक्षा मुहैया करा दी जाती।