नन्दलाल/ शाहजहाँपुर – आज हम आपको समाज का एक ऐसा सच बताएंगे जिसे देख कर शायद एक बार आपका कलेजा पसीज सकता है ।यूपी के शाहजहांपुर में मां की मौत के बाद अनाथ बच्चों ने भीख मांगकर अपनी मां के लिए कफन का इंतजाम किया। खास बात यह रही कि अनाथ बच्चों और महिला के कफन के लिए समाज के कथित ठेकेदार और जिला प्रशासन मूकदर्शक बना रहा। दिल को झकझोर देने वाली यह घटना शाहजहांपुर के जलालाबाद थाना क्षेत्र के उमरिया इलाके की है । जहां रामा देवी नाम की महिला अपने पांच मासूम बच्चों के साथ ही जिंदगी गुजार रही थी । लेकिन रात में काम करते वक्त उसे सांप ने डस लिया । जब तक लोग महिला को अस्पताल ले जा पाते तब तक महिला की सांसे रुक गई। 4 साल से 12 साल तक की उम्र के उसके 5 बच्चे थे जिनका रो रो कर बुरा हाल था। यहां तक की मां की मौत पर उनके आंसू पोछने वाला तक कोई नहीं था । मासूम बच्चों को यह तक पता नहीं था कि आखिर उनकी मां के साथ क्या हुआ है और अब वह कैसे अपनी मां का अंतिम संस्कार करें । क्योंकि उनके पिता का साया उनके सर से कई साल पहले ही उठ गया था । उनके पास ना ही कफन के लिए पैसे थे और ना ही मां की अंतिम संस्कार का कोई इंतजाम । इसके बाद मासूम बच्चे जमीन पर बैठकर मां की कफ़न के लिए लोगों से भीख मांगने लगे । हालांकि गांव के गरीब लोगों ने 10-5 रुपए देकर कफन का इंतजाम और अंतिम संस्कार का इंतजाम तो कर दिया। लेकिन यह सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि ऐसे वक्त में समाज के वो ठेकेदार और राजनेता सहित जिला प्रशासन के लोग उनकी मदद करने की बजाय आंखें मूंदे बैठे रहे और गरीब बच्चे अपनी मां के कफन के लिए भीख मांगते रहे। वास्तव में क्या समाज की यही असली तस्वीर है।