करनाल – उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को उनके राज्य में भेजने के लिए सरकार व प्रशासन कटिबद्घ है। बीते 2 दिनो में 1250 प्रवासियों को अम्बाला से बिहार के कटिहार तक ट्रेन से भेजा गया, जबकि 400 प्रवासियों को मध्य प्रदेश भेजा गया है। इसी प्रकार गुरूवार को 200 प्रवासी उत्तर प्रदेश भेजे जाएंगे, उनके लिए जिला प्रशासन ने 30 बसों की व्यवस्था कर ली है। प्रवासियों के लिए अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि करनाल जिला में मंगलवार तक प्रवासियों की कुल संख्या करीब 4 हजार थी और अब 2500 बचे हैं, उन्हें भी उनके राज्य में भेजने के इंतजाम किए जा रहे हैं। उपायुक्त मंगलवार सांय करनाल-कैथल रोड पर स्थित राधा स्वामी सत्संग घर-2 में प्रवासियों का कुशलक्षेम पूछने के लिए दौरे पर थे। सत्संग घर में करनाल के एसडीएम नरेन्द्र पाल मलिक मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि प्रशासन का यह प्रयास है कि सड़क पर पैदल या बैठे प्रवासी जहां भी दिखाई देते हैं, उन्हें शैल्टर होम में भिजवाया जा रहा है, जहां उनके खाने-पीने की पर्याप्त व्यवस्था है और वहां से उनके राज्यों में भेजा जा रहा है। उन्होंने एक अपील में कहा कि प्रवासी किसी प्रकार की जल्दबाजी ना करें और सड़कों पर इधर-उधर ना घूमें। जैसे ही व्यवस्था बनती जाएगी, सभी को उनके राज्यों में भेज दिया जाएगा, इस बारे किसी को भी परेशान होने की जरूरत नही है।
उपायुक्त ने सत्संग घर में बने शैड में ठहरे प्रवासियों के बीच गए और उनका हाल-चाल पूछा, एक-दो प्रवासी से उनका नाम पूछते हुए किसी प्रकार की परेशानी बारे बात की। प्रवासी अजय ने बताया कि उन्हें यहां किसी तरह की परेशानी नहीं हो रही है, घर से भी अच्छी व्यवस्था है। तीन वक्त का शुद्घ खाना, नहाने-धोने, विश्राम और टहलने की पर्याप्त व्यवस्था है। सेवादारों का व्यवहार देखते ही बनता है।
उपायुक्त ने सत्संग घर में प्रवासियों की देखरेख के लिए नोडल बनाए गए एसडीएम से भी उपायुक्त ने फीडबैक ली। उन्होंने सत्संग घर के सचिव रणदीप सिंह से भी काफी देर तक बातचीत की और बाल सत्संग शैड के निकट बनाए गए लोयों व खाना बनाने की जगह का निरीक्षण किया। सभी सेवादार शब्द उच्चारित करते हुए अपनी-अपनी सेवा में व्यस्त थे। उपायुक्त ने सेवा भावना के लिए सत्संग घर की प्रबंध समिति का धन्यवाद किया।