Karnal, करनाल – “भँवरे ने खिलाया फूल ,फूल को ले गया राजकुंवर”

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अशोक ठाकुर , चंद्र प्रकाश कथूरिया प्रदीप पाटिल ,किरण चौपड़ा ,

करनाल (टीम रिपोर्ट ) – इस गीत की लाइनें करनाल लोकसभा की सीट पर पूरे सिरे से फिट बैठती है l क्योंकि यहाँ लोकसभा सीट का हर दिन कोई न कोई नया दावेदार निकलकर सामने आ रहा है l कोई बीजेपी और आर एस एस के बड़े बड़े नेताओं की खास जानकारी होने की बात कह रहा है तो कोई समाज सेवा में दशकों बीत जाने के नाम पर अपनी दावेदारी पक्की मान रहा है l इसे लेकर दावत देने का दौर भी जोर शोर से शुरू हो गया है l यही नहीं कहीं दावेदार त्यौहारों की बधाइयां देते नज़र आ रहे हैं तो कहीं अपने अपने होर्डिंग पर हरियाणा के मुख्यमंत्री , मंत्रिमंडल बल्कि प्रधानमंत्री तक की फोटो लगाकर अपना प्रचार करने में जुट गए हैं l नए नए चेहरे अपनी अपनी दावेदारी के रंग बिरंगे पोस्टर लगा रहे हैं l इधर करनाल वासियों में इस बात की चर्चा है कि करनाल का नसीब ही ऐसा है कि हर बार बाहरी व्यक्ति ही बाज़ी मार ले जाता है और स्थानीय लोग अंगूर खट्टे हैं का स्वाद भी नहीं चख सकते हैं l करनाल राजा कर्ण की भूमि है तो जैसे हर बार दान में दे दी जाती है l यह बात बीजेपी पर ही लागू नहीं होती बल्कि कांग्रेस भी बाहरी उम्मीदवार को ही मैदान में उतारती है l

करनाल लोकसभा सीट महत्वपूर्ण हॉट सीट मानी जाती है जिसमें हर जात बिरादरी के लोगों की संख्या है , किसी एक बिरादरी या समुदाय की नहीं l लेकिन बाहरी व्यक्ति होने के कारण लोग उनके दर्शन भी दुर्लभ ही कर पाते हैं क्योंकि उनका निवास स्थान यहाँ केवल दिखावा मात्र होता है l ऐसा यहाँ इसलिए नहीं होता कि यहाँ किसी कर्मठ कार्यकर्ता की कमी है बल्कि यहाँ के लोगों का स्वभाव ही लचीला है और इसलिए यहां बाहरी व्यक्ति का विरोध न के बराबर ही नज़र आता रहा है l

बताया जा रहा है कि इस सीट पर बीजेपी की टिकट दावेदारी की रेस कुछ ज्यादा ही लंबी लगी हुई है l ज्यादातर दावेदार तो केवल टिकट झपटने के चक्कर में लगे हुए हैं क्योंकि उन्हें पता है मेहनत मोदी की हमारी तो लाटरी है न जाने कितने मुंगेरीलाल सपने संजोय बैठे हैं l

नैफेड के निदेशक तथा किसान मोर्चा भाजपा दिल्ली के प्रभारी अशोक ठाकुर ने भी प्रैस कांफ्रेंस कर करनाल लोकसभा सीट से अपनी दावेदारी बीजेपी की टिकट पर पक्की मानी है l उन्होंने मीडिया को बताया कि उन्होंने आर एस एस के और बीजेपी में अलग अलग तरह की जिम्मेदारियों को निभाया है, उन्होंने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गड़करी के साथ भी काम किया है l उन्होंने पानीपत को कॉटन की एक्सपोर्ट हब और करनाल को फ़ूड प्रोसेसिंग और उन्नत कृषि के क्षेत्र में मॉडल बनाने की बात कही l

एक और उम्मीदवार प्रमोद शर्मा ने बताया कि पिछले 50 सालों में करनाल को केवल बाहरी उम्मीदवारों ने ही छला है और करनाल की जनता का कुछ भला नहीं किया है , यहाँ 16 लाख के करीब मतदाता हैं लेकिन इनकी सरकारी नौकरियों में भागीदारी ज़ीरो के बराबर है l उन्होंने कहा मुझे 36 बिरादरियों का समर्थन प्राप्त है मैंने गांव गांव जाकर लोगों का दुःख दर्द जाना है पिछले काफी समय से समाज की सेवा कर रहा हूँ l

एक अन्य उम्मीदवार प्रदीप पाटिल ने बताया , मैं कई सालों से गांव दर गांव जाकर समाज सेवा कर रहा हूँ करनाल पानीपत के लगभग सभी गांव में दौरा कर लोगों की समस्याओं को जाना है किसी बड़े समारोह में नहीं जाता बल्कि हर गांव में छोटी से छोटी जगह पर जाने की कोशिश रहती है , देखा है कि गांव में अभी भी काफी पिछड़ापन है शिक्षा के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रहा हूँ क्योंकि जब तक हर बच्चा बच्चा शिक्षित नहीं होगा गांव का पिछड़ापन दूर नहीं होगा l पार्टी चाहेगी तो मुझे बीजेपी का टिकट मिलने की पूरी संभावना है l मेरा पूरा परिवार बीजेपी का सपोर्टर रहा है l

अब तक के दावेदारों में 2009 के विधानसभा के चुनाव में बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ चुके चंद्र प्रकाश कथूरिया की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है l कथूरिया 2014 के विधानसभा के चुनाव में करनाल विधानसभा से अपनी दावेदारी पक्की मान रहे थे लेकिन इसी सीट को जीतकर सीएम बन गए मनोहर लाल l लेकिन बीजेपी के ही सूत्र बता रहे हैं कि इस बार की लोकसभा की टिकट स्थानीय को ही मिलनी तय है l

सीधे तौर पर प्रधानमंत्री का नाम लेकर अपनी दावेदारी दिखाती हुई करनाल के सांसद अश्वनी चौपड़ा की पत्नी किरण चौपड़ा ने कुछ ही रोज पहले यहाँ मीडिया को कहा कि प्रधानमंत्री चाहेंगे तो वह इस सीट से चुनाव लड़ेगीं l लेकिन उसी दिन से ही इनकी दावेदारी का लोग विरोध करते नज़र आ रहे हैं l उनका कहना है कि हमें अबकी बार स्थानीय व्यक्ति चाहिए किसी भी जगह यदि पार्टी ने जहाज़ से किसी प्रत्याशी को उतारा है तो वह जनता का कहीं भी भला नहीं कर पाया है l सांसद के गोद लिए गाँव मोहद्दीनपुर निवासी पंकज का कहना है कि शुरू में सांसद दो बार हमारे गाँव में आए औऱ काफी सारे काम गिनवाकर गए कि पार्क बनेगा ,स्कूल 12वीं तक बनेगा , सफ़ाई होगी पर कुछ नहीं हुआ l करनाल के सैक्टर 3 के निवासी नरेश का कहना है कि दो चार बार अख़बारों में पढ़ा है कि सांसद कल्पना चावला अस्पताल में , या कार्यक्रमों में इनकी और इनकी पत्नी की फोटो देखी है बस l इंद्री के निवासी प्रमोद का कहना है कि पॉँच साल होने को आए हमने तो कभी सांसद की शक्ल नहीं देखी l उनका कहना है कि अब जनता काफी जागरूक है यदि किसी बाहरी को टिकट मिला तो जनता हराने के लिए तैयार है l