रिपोर्ट -नसीम अहमद/आगरा – सात समंदर पार से दिलों में ताज दीदार की सैलानियों की हसरत दिलों में रह गई l मंगलवार को ताजनगरी पहुंचने वाले सैलानी ताज बंदी से बेहद मायूस नजर आए। इस दौरान ताजमहल का दीदार न कर पाने की कसक उनके दिलों में नजर आई ,तो वही आंखों से आंसू बनकर उन्होंने ताज दीदार ना कर पाने के गम का भी इजहार किया।
दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए ताजमहल सहित देशभर के सभी स्मारकों और संग्रहालय में को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। मंगलवार सुबह से ही तार दीदार को आने वाले सैलानियों का तांता लगा रहा इस दौरान ताज बंदी की सूचना पाकर सैलानी बेहद मायूस नजर आए और उनके दिलों में ताजमहल का दीदार न कर पाने की कसक भी दिखाई दी। तो वहीं कुछ सैलानी तो इतने मायूस नजर आए कि उनकी आंखों से ये दर्द आंसू बनकर छलकता दिखाई दिया।
मंगलवार को सनराइज में ताजमहल का दीदार करने पहुंचे सैलानियों के दिलों में ताजमहल की हसरत अधूरी रह गई l इस दौरान कोई सैलानी तो ताजमहल के पीछे दशहरा घाट से इसको निहारता दिखाई दिया तो कोई ताजमहल के गेट के बाहर लगी जाली से ताजमहल को झांकता दिखाई दिया। बीते 49 वर्षों में यह तीसरा मौका है जब ताज महल बंद किया गया है। इससे पहले 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान ताजमहल करीब 15 दिन बंद रहा था 1978 की बाढ़ के दौरान ताजमहल 7 दिन बंद रहा था।