रिपोर्ट – कान्ता पाल/ नैनीताल – वर्ष 1880 में भीमताल व आसपास के इलाके में पेयजल और सिंचाई के लिए ब्रिटिश काल में बना डैम अपनी सौ साल की मियाद बना पूरी करने के बाद अब खतरे में है। नौबत ये है कि 132 साल पुराने हो चुके इस डैम की सुरक्षा दीवार कमजोर होने से इससे जहां – तहां पानी का रिसाव भी हो रहा है। इससे आसपास के इलाके में रहने वालों को खतरा पैदा हो गया है। समाजसेवी पूरन ब्रजवासी बताते है कि डैम की जर्जर हालत और रिसाव को लेकर सिंचाई विभाग प्रशासन और राज्य सरकार को कई बार पत्र लिखकर मरम्मत की गुजारिश की गई , लेकिन खास कार्रवाई नहीं हुई। जबकि वर्ष 2012-13 में भीमताल और डैम की मरम्मत के लिए वर्ष 2012 में सिंचाई विभाग ने प्रदेश सरकार ने डैम की मरम्मत के लिए 14.45 करोड़ का प्रस्ताव केंद्र को भेजा सरकार ने 14.54 करोड़ की डीपीआर मंजूर की थी। मगर सरकार बदलने के बाद पूरी योजना बस्ते में चली गई बीते दिनों हुए भारी बरसात के बाद झील का जलस्तर बढ़ने से न सिर्फ पूरे डैम बल्कि इसके आसपास रहने वाले लोगों के खतरा हो सकता है।स्थानीय लोगों डैम की मरम्मत की गुहार लगा रहे है।