अजमेर – ललित भाटी अपने छोटे भाई हेमंत भाटी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ेंगें

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रिपोर्ट – किशोर सिंह / अजमेर – भारतीय जनता पार्टी के द्वारा प्रदेश की 162 विधानसभा सीटों पर उतारे गए उम्मीदवारों के बाद कांग्रेस पार्टी ने दी देर रात को प्रदेश की 152 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दिया हालांकि भाजपा से 4 दिन लेट गहन मंथन के बाद जिस तरह से कांग्रेस ने उम्मीदवारों की सूची को सार्वजनिक किया है उसके बाद इतने दिनों से शांत बैठी कांग्रेस पार्टी में मानो भूचाल सा आ गया हो हर तरफ कांग्रेस के द्वारा निकाली गई सूची और उन सूची में आए नामों पर अब बवाल मच चुका है l
राजस्थान की तरह अजमेर में  कांग्रेस की पहली लिस्ट आते ही बवाल शुरू हो चुका है हर तरफ कांग्रेस के उम्मीदवारों का विरोध ना सिर्फ कार्यकर्ताओं के द्वारा किया जा रहा है बल्कि जो स्थानी कांग्रेस की पहली लिस्ट आते ही बवाल शुरू हो चुका है हर तरफ कांग्रेस के उम्मीदवारों का विरोध ना सिर्फ कार्यकर्ताओं के द्वारा किया जा रहा है बल्कि जो स्थानीय शीर्ष स्तर के नेता हैं जिनका टिकट सचिन पायलट के द्वारा काटा गया है अब उन्होंने भी कांग्रेस के उम्मीदवार को हराने के लिए कांग्रेस के साथ बगावत शुरू कर दी है l
सबसे पहले बात करें अजमेर दक्षिण की तो जहां अजमेर दक्षिण में हेमंत भाटी और ललित भाटी दोनों भाइयों की लड़ाई का खामियाजा बीते 15 सालों से दक्षिण में कांग्रेस उठाती आई है ठीक उसी तरह एक बार फिर से अजमेर दक्षिण में भाटी बंधुओं के बीच का बवाल कांग्रेस की नैया को ढूंढने के लिए तैयार हो चुका है सचिन पायलट के द्वारा अजमेर के कद्दावर कांग्रेसी नेता और कांग्रेस सरकार में पूर्व मंत्री रह चुके ललित भाटी की की गई अनदेखी के चलते अब ललित भाटी कांग्रेस से नाराज हो चुके हैं उनके छोटे भाई हेमंत भाटी को सचिन पायलट के द्वारा दिए गए टिकट वितरण से नाराज होकर ललित भाटी ने अब कांग्रेस से बगावत कर दी है ललित भाटी का कहना है कि राजनीति में कोई भी रिश्ते मायने नहीं रखते हैं यही वजह है कि अब उन्होंने अपने छोटे भाई हेमंत भाटी के खिलाफ चुनावी बिगुल बजाते हुए निर्दलीय पर्चा दाखिल करने का मन बना लिया है ललित भाटी का कहना है कि वह शनिवार के दिन अपना पर्चा दाखिल करेंगे ऐसे में अब अजमेर दक्षिण में ना सिर्फ ललित भाटी बल्कि एक अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता जो कि रैगर समाज से आता है और रेगर समाज का एक बहुत बड़ा वोट बैंक अजमेर दक्षिण में है डॉक्टर राकेश सीवासिया के द्वारा कांग्रेस से बगावत कर के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पर्चा दाखिल करने का मन बनाया है ऐसे में अब अजमेर दक्षिण में भाजपा पूरी तरह से अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है क्योंकि एक तरफ जहां भाटी बंधुओं के बीच की अंतर कलह कांग्रेस को डूबने के लिए काफी है तो वही एक और अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ता का विरोध कांग्रेस के लिए एक बड़ी मुश्किल बन कर सामने आ चुका है l
अब देखना यह है कि कांग्रेस के अंदर चल रही इस जबरदस्त कलह से किस तरह से आला नेता कांग्रेस की नैया को पार लगा पाते हैं l