करनाल – स्वप्नशील और ऊर्जावान युवाशक्ति के दम पर बनेगा नवीन भारत : प्रो चौहान

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असंध/करनाल – नवीन भारत का निर्माण स्वप्नशील और ऊर्जावान नौजवानों और नवयुवतियों की संकल्प शक्ति और साधना के बल पर होगा। भारत के प्रत्येक युवा को इस राष्ट्रीय महा यज्ञ में आहुति डालने के लिए खुद को सक्षम और कुशल बनाना पड़ेगा। हरियाणा ग्रंथ अकादमी के डिप्टी चेयरमैन और ग्रामोदय अभियान के संयोजक प्रो वीरेंद्र सिंह चौहान ने यह टिप्पणी जीवन चानन महिला महाविद्यालय में आयोजित युवा शक्ति संवाद कार्यक्रम में की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष रमेश बत्रा और प्राचार्य डॉ आर एन गुप्ता ने संयुक्त रूप से की।

छात्राओं और शिक्षकों को अपने  संबोधन में मुख्य अतिथि प्रो. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि सच्चा युवा सदैव ‘यथास्थिति’ को बदलने के लिए बेचैन रहता है। भारत देश का प्रत्येक नौजवान भारत की वर्तमान स्थिति में बेहतरीन बदलाव लाने के लिए विचार अवश्य करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आवाहन किया है कि नई पीढ़ी नए भारत के निर्माण की अपनी कल्पना और सपने को हकीकत में बदलने के लिए पहले दृढ़ संकल्प लें और फिर उस संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी ताकत लगाकर श्रम व साधना करें। चौहान ने कहा कि जो लोग नकारात्मकता और निराशा के चक्रव्यूह में फंसे हुए हैं ,उनसे परिवर्तन के सूत्रधार बनने की उम्मीद नहीं की जा सकती। इसलिए नई पीढ़ी को सबसे पहले अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाना होगा। ऐसे तमाम विचारों को एक झटके से  त्यागना होगा, जो मन में निराशा का भाव पैदा करते हैं।

वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि देश की व्यवस्था में बदलाव तो हर कोई चाहता है मगर उस बदलाव के लिए अपनी भूमिका तलाश कर ईमानदारी से उसका निर्वहन करने के लिए तैयार लोगों की संख्या बहुत अधिक नहीं है। भगत सिंह और खुदीराम बोस जैसे देश को समर्पित नौजवान पैदा हों , यह चाहने वाले लोगों की संख्या बहुत है मगर स्वयं को भगत सिंह बना कर देश के काम आने का ऐलान करने वाले लोग पहले भी कम थे और आज भी बहुत कम है।

कार्यक्रम में छात्राओं रेनू शर्मा, प्रीति, गुरमीत,अमन,तान्या और आकांक्षा ने नवीन भारत के अपने अपने सपनों की व्याख्या की। संवाद में इस बात पर सहमति बनी कभी भारत को नवीन भारत  कहा जा सकेगा जब वह गंदगी, बेरोजगारी, गरीबी, अज्ञानता और भेदभाव से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। समाज में जागरूकता का स्तर निरंतर बढ़े इसके लिए कार्यक्रम में उपस्थित सभी छात्राओं और शिक्षकों ने सामूहिक संकल्प लिया।

कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डॉ आर एन गुप्ता ने छात्राओं  को संकल्प दिलाया कि वे नवीन भारत निर्माण के कार्य में अपनी भूमिका का निर्वहन कॉलेज परिसर को स्वच्छ परिसर बनाने में योगदान के साथ करें। उन्होंने नवीन भारत निर्माण विषय पर युवा पीढ़ी के साथ रूबरू होकर उनके मन की बात सुनने और उन्हें रचनात्मकता की  राह दिखाने के लिए हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर डॉक्टर बूटी राम, सुशील गर्ग, प्रो सिमरत, इंदिरा भाटिया, डॉक्टर नीतू सेठी, के डी शर्मा, संदीप गोल्ली, हरी क्रिशन अरोरा आदि मौजूद रहे।