क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण तथा नगर निगम की ओर से आज विश्व कार मुक्त दिवस मनाया गया

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करनाल – क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण तथा नगर निगम की ओर से आज विश्व कार मुक्त दिवस मनाया गया। उपायुक्त डा0 आदित्य दहिया तथा सचिव आरटीए निशांत कुमार यादव ने सांकेतिक रूप से ई-रिक्शा में सफर करके जनता को कार फ्री डे का संदेश दिया। दोनों अधिकारी कर्ण स्टेडियम से अपने-अपने निवास तक गए।

इस अवसर पर उपायुक्त ने बताया कि पिछले कई सालों से वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि होने से बडे पैमाने पर ईंधन की खपत से जहां एक ओर आर्थिक विकास की गति प्रभावित हो रही है वहीं दूसरी ओर वाहनों से निकलने वाले धुएं से वातावरण को नुकसान हो रहा है, जिसका सीधा सम्बंध मानव के स्वास्थ्य से है। उन्होंने कहा कि आज का मनुष्य मैट्रलिस्टिक होता जा रहा है जो अपने स्वार्थ के लिए भावी पीढ़ी की जरूरतों को अनदेखा कर रहा है। ये समस्या विश्व स्तर पर बनी हुई है। इसलिए इसका चिंतन कर वैश्विक स्तर पर कार फ्री डे मनाया जाता है ताकि लोगों को इस बात का आभास हो सके कि वे अपनी दिनचार्या में छोटे-छोटे सफर बिना कार के कर सकते है। इससे ईंधन की बचत होती है और पार्यावरण संरक्षण को भी फायदा मिलता है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे सफर आदमी सैर करते हुए, साईकल, ई-रिक्शा से तथा लम्बी दूरी के लिए सार्वजनिक यातायात प्रणाली से कर सकता है जोकि करना चाहिए। उपायुक्त ने जिला के सभी लोगों से अपील की कि वे फॉसिल ईंधन के प्रयोग को कम करने के लिए अपने गन्तव्य तक उपरोक्त विकल्पों का प्रयोग करें।
दूसरी ओर नगर निगम की आयुक्त डा0 प्रियंका सोनी ने बताया कि निगम द्वारा अम्बेडकर चौक से एनडीआरआई चौक तक सडक़ के दोनों ओर 500 मीटर का खुबसुरत साईकिल ट्रेक बनवाया गया है। इस पर करीब 35 लाख रुपये की राशि खर्च हुई है। साईकिल चलाने के लिए यह एक बेहतर सुरक्षित वे है। निगम की योजना है कि इस तरह के साईकिल ट्रेक शहर के अन्य मार्गांे पर भी बनाए जाएगें।
उन्होंने बताया कि शहर के लोग अब पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूक होते जा रहे है। अधिकतर लोग स्थानीय सफर को ई-रिक्शा में तय करते है जो सस्ता आसानी से सुलभ और प्रदुषण रहित है। शहर में ई-रिक्शा का चलन वर्ष 2014 में छोटे स्तर पर शुरू हुआ था, जिनकी संख्या में अब वृद्धि होती जा रही है, जो जीवाश्म ईंधन की बचत और पर्यावरण संरक्षण के लिए अच्छा संकेत है। आयुक्त ने शहर के लोगों विशेषकर युवाओं से अपील की है कि वे साईकिल ट्रेक का अधिक से अधिक प्रयोग करें। इससे दूसरों को भी अच्छा संदेश मिलेगा।