नैनीताल- मुख्यमंत्री ने वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द के निर्देश दिए

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रिपोर्ट -कांता पाल /नैनीताल – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कुमाऊं मंडल में वनाग्नि, पेयजल की समीक्षा करते हुए वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों का अवकाश तत्काल रद्द करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में 24 घंटे के भीतर आग पर काबू नहीं पाया जाता है तो सम्बन्धित क्षेत्र के डीएफओ एवं रेंज अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होने सीएफ विनय भार्गव को निर्देश कि एफटीआई में जो लोग प्रशिक्षण ले रहे है उन्हें प्रभावित क्षेत्रों पर भेजा जाए ताकि प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षणार्थियों  को स्थलीय जिम्मेदारी का निर्वहन का अहसास होगा।
उन्होने सीएफ भार्गव को निर्देश दिये कि स्थानीय लोगों से समन्वय किया जाए ताकि अधिक से अधिक महिला एवं युवक मंगल दलों एवं महिला स्वयं सेवी सहायता समूहों का भी सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि वन विभाग एवं प्रशासन के द्वारा वनाग्नि के दौरान जो कार्य किये जा रहे है उसकी लोगों तक जानकारी नहीं पहुंच पा रही है। इसके लिए सक्षम अधिकारी के  स्तर से किये जा रहे कार्यो के सम्बन्ध में लोगों तक जानकारी उपलब्ध करायें।
उन्होने कहा कि वनाग्नि के दौरान सभी अधिकारी मौके पर रहें। उन्होने कहा आग लगाने वालों आपराधिक तत्वों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए। श्री धामी ने  कहा आपातकाल में सभी विभागों के अधिकारी आपसी समन्वय के साथ कार्य करें और अपना मोबाइल फोन 24 घंटे ऑन रखें। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि सम्बन्धित क्षेत्रों के लिए नोडल अधिकारी नामित किये जाये ताकि अधिकारी अपनी जिम्मेदारी के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा अधिक से अधिक गांवों के सदस्यों को जोडे और सहयोग लें तथा गांव वालों को प्रोत्साहित कर पुरस्कार भी दें।मुख्यमंत्री ने कहा कि वन विभाग के अधिकारी बैठक हेतु देहरादून मुख्यालय न जाएं। बैठक में वीसी के माध्यम उपस्थित रहें। सभी डीएफओं को पिरूल एकत्र करने के टारगेट दिए जांए। उन्होंने कहा सेना, अर्द्धसैनिक बल, पुलिस, आपदा प्रबंधन व जिला प्रशासन आपस में तालमेल के साथ कार्यों को सुगमता के साथ पूर्ण करें। श्री धामी ने कहा जिन क्षेत्रों में वनाग्नि होती है सम्बन्धित क्षेत्र के डीएफओ, रेंज अधिकारी, जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर जाएं और वनाग्नि को शीघ्र काबू करें। मुख्यमंत्री ने सेना द्वारा हेलीकॉप्टर से आग बुझाने के कार्यों की सराहना की।
आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि कुमाऊं मण्डल में वनाग्नि के दौरान सभी संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश जिलाधिकारियों को दे दिये है। जिलाधिकारियों द्वारा होमगार्ड, पीआरडी जवान एवं वाहन वन विभाग को डिमांड के अनुसार उपलब्ध करा दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि आग लगाने वाले आपराधिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के भी निर्देश सभी जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को दे दिये हैं।
जिलाधिकारी वंदना ने बताया कि वन विभाग के तीनों डिवीजन रामनगर, नैनीताल एवं हल्द्वानी हेतु 50-50 पीआरडी जवानों की तैनाती के साथ ही तीनों डिवीजनों हेतु 2-2 वाहनों उपलब्ध करा दिये गये हैं।  उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग, महिला एवं युवक मंगल के सदस्य रेंज अधिकारी के साथ सम्पर्क रहने के तथा सभी की सूची सम्बन्धित डिवीजन के डीएफओ दे दी गई है। उन्होंने कहा वन विभाग को उपकरण खरीदने हेतु डिमांड प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि मल्टीपल कन्ट्रोल रूम के बजाए एक ही कन्ट्रोल रूम बनाया जाएगा। सीएम धामी ने मल्टीपल कन्ट्रोल रूम के बजाए एक ही कन्ट्रोल रूम संचालित करने के निर्देश दिये।
वीसी में विधायक सरिता आर्य, मोहन सिंह बिष्ट, दर्जा राज्यमंत्री अनिल कूपर डब्बू, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, दिनेश आर्य, सुरेश भटट,एसएसपी पीएन मीणा, डीएफओ चन्द्रशेखर जोशी, प्रकाश आर्य, हिमांशु बांगरी,डी नायक, आर सी काण्डपाल, टीआर बीजू लाल, अपर आयुक्त जीवन सिंह नगन्याल,संयुक्त निदेशक अर्थसंख्या राजेन्द्र तिवारी के साथ ही वीसी में कुमाऊँ मण्डल के समस्त जिलाधिकारी व सीसीएफ पीके पात्रो उपस्थित थे।